Find the Best काव्य Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutचम्पू काव्य का अर्थ है, काव्यांश क्या होता है, चम्पू काव्य क्या है, अभिधा उत्तम काव्य है, रासो काव्य की चार विशेषताएं,
swati soni
खामोशियां बहुत कुछ बतलाती है कभी खुशियों के पिटारे सी तो कभी अनमना सा रूआंसापन दिखलाती है यकायक कुछ कहते _कहते तुरंत ही शांत हो जाती है न जाने क्यों ये मन को इतना सताती है चंद पलों में ही बोलते अल्फाजों के तो कभी अचानक गुमसुम होने का भाव ये दर्शाती है हां, खामोशियां बहुत कुछ बतलाती है| #स्वाति की कलम से ✍️ ©swati soni #स्वातिकीकलमसे✍️ #काव्य #भावनाएं #नोजोतोहिन्दी Monika sahni.... Twinkle Agarwal Krishnadasi Sanatani Classical gautam Yash Mehta प्रशांत की डायरी Satyaprem Upadhyay Anshu writer Hem Abhishek tyagi
स्वातिकीकलमसे✍️ #काव्य #भावनाएं #नोजोतोहिन्दी Monika sahni.... Twinkle Agarwal Krishnadasi Sanatani Classical gautam Yash Mehta प्रशांत की डायरी Satyaprem Upadhyay Anshu writer Hem Abhishek tyagi
read moreTHE VIKRANT RAJLIWAL SHOW
"आइना" (एक हकीकत) I "OUT NOW" I EMOTIONAL POETRY IN HINDI I NEW POETRY Author Poet: Vikrant Rajliwal ग़ज़ल, एक काव्यात्मक रूपांतरण है, जो अपनी सुंदरता और गहराई से मानव की भावनाओं को छूने की क्षमता रखती है। इसका आधार संगीत, अलंकार और भावनाओं के सहज संगम पर रखा गया है। 'आइना', जो हमें अपने आत्मसात की ओर ले जाता है, एक ऐसा साहसिक अभिव्यक्ति है जो हर व्यक्ति की अन्तरात्मा को छूती है। Vikrant Rajliwal Films पर 'आइना' के माध्यम से, यह अनुभव अधिक दर्शकों और सब्सक्राइबर्स को प्रेरित करता है, जो एक स
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"आइना" (एक हकीकत) I "OUT NOW" I EMOTIONAL POETRY IN HINDI I NEW POETRY Author Poet: Vikrant Rajliwal ग़ज़ल, एक काव्यात्मक रूपांतरण है, जो अपनी सुंदरता और गहराई से मानव की भावनाओं को छूने की क्षमता रखती है। इसका आधार संगीत, अलंकार और भावनाओं के सहज संगम पर रखा गया है। 'आइना', जो हमें अपने आत्मसात की ओर ले जाता है, एक ऐसा साहसिक अभिव्यक्ति है जो हर व्यक्ति की अन्तरात्मा को छूती है। Vikrant Rajliwal Films पर 'आइना' के माध्यम से, यह अनुभव अधिक दर्शकों और सब्सक्राइबर्स को प्रेरित करता है, जो एक स
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read morePallavi
काश! उतना आसान हो पाता तुम्हे भुला पाना जितनी आसानी से तुम्हे लगने लगा की हम तुम्हे भूल गए काश! बता पाती मैं तुम्हे की इस बार तुम गलत निकले की इस बार गलत तुम समझ बैठे कि भुला चुकी हूं मैं तुम्हे मगर.. तुम्हे ये अब बताऊं भी किस हक से मैं कि अब भी तुम्हारी ही हूं ना तुम्हे ज़रा भी भुला पाई हूं मैं बस समय के साथ इतनी मज़बूत हो चुकी हूं कि तुम्हारे सामने अपने आसुओं को गिरने से थाम लेती हूं मैं और एक नकली सी मुस्कान के परदे में तुमसे बिछड़ने का दुख छुपा लेती हूं मैं हैरानी तो इस बात की है मुझे की तुम जो कहते थे की ”तुम्हे तुमसे भी ज्यादा जानता हूं मैं“ तुम ही इस मुस्कान को पहचान नहीं पाए मेरी काश! तुम सच में जान पाते मुझे काश तुम बस एक बार पहचान जाते मुझे.... काश! कि कह देते एक बार भी तुम की क्यों ये मुस्कुराने का दिखावा करती हो तुम? काश कि कह देते एक बार भी तुम की आखिर कब तक इन आंसुओ को यूं छुपाती रहोगी मुझसे ही तुम... ©Pallavi Mamgain #काश #Love #poem #काव्य #Trending #Deep #Life
Ghumnam Gautam
जब आह उठी मन-भीतर से तुम भी तरसे हम भी तरसे हम भींग गए सुधि भूल पिया इस भाँति दुखी नयना बरसे तुम दूर गए हम से जबसे तबसे हमने इक साँस न ली न उगी खुशियाँ फिर जीवन में हम खेत हुए पर ऊसर-से ©Ghumnam Gautam #सवैया #छंद #काव्य #आह #खेत #ऊसर #साँस #ghumnamgautam