Find the Latest Status about लौट के आजा रे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लौट के आजा रे.
Dr Usha Kiran
प्रेम बेल को पीर सींचती, साँसें तुझ पर वारी रे! चंदन-वंदन कर न्यौछावर, तन-मन तुझ पर हारी रे! पीड़ा को गाते हैं पल-पल, मीरा के इकतारे हैं, नैना व्याकुल दरश दिखा जा, मेरे तू गिरिधारी रे! ©Dr Usha Kiran #मेरे तू गिरिधारी रे!
Himanshu Prajapati
White सच्ची मोहब्बत हमेशा लौट के आती है, समय के साथ हाथ में दो बच्चे लिए हुए..! ©Himanshu Prajapati #emotional_sad_shayari सच्ची मोहब्बत हमेशा लौट के आती है, समय के साथ हाथ में दो बच्चे लिए हुए..!
#emotional_sad_shayari सच्ची मोहब्बत हमेशा लौट के आती है, समय के साथ हाथ में दो बच्चे लिए हुए..! #विचार
read moreअज्ञात
न कोई सद्गुन है, न कोई साधना करूँ भला कैसे, तेरी उपासना..! न वास्ता तप से,न वास्ता जप से संभाल लेना हो, यही है प्रार्थना..! न ज्ञान है मुझमें, न ध्यान है मुझमें कृपा की मूरत हो,कृपा की भावना..! न हो भजन तेरा, न मन मगन तेरा न भाव भक्ति हो,न वर की कामना..! जहान तेरा है, विधान तेरा है भगत के पाले में, तुझे पुकारना..! अधम भी तारे हो, सदा सहारे हो दया की दृष्टि से, मुझे निहारना..! नयन की भाषा है, तुम्हीं से आशा है मेरे खिवैया रे,मुझे उबारना..! ©अज्ञात #जगतखिवैया रे
#जगतखिवैया रे #कविता
read moreSonali Ghosh
तुझे शिकायत है की ढूंढने में इतना वक्त कैसे लगा और मुझे शिकायत है की खोने ही क्यों दिया। ©Sonali Ghosh #ओह #सजनी #रे
Harpinder Kaur
White बीते कई वर्षो बाद तेरा लौट आना ऐसा हुआ, जैसे सुखे वन में बसंत पुन: लौट आई हो नई उम्मीद उमंगों के साथ जैसे फिर किसी सावन का इंतजार करते करते पपीहा को मिला हो एक प्रेम का मेघ अपनी प्यास को तृप्त करने के लिए तेरे लौट आने के बाद...... तेरे लौट आने के बाद जैसे शांत रूआंसी बैठी कोई नदी फिर से लौट आई है अपनी लहरों की चंचल शरारत को लेकर जैसे चांद लौट आया हो अपनी चांदनी को लेकर तेरे लौट आने के बाद तेरे लौट आने के बाद, लौट आई हूँ मैं, जो मैं नहीं रह गई थी तुम ने लौटाया मुझे मेरा प्रेम मेरी उम्मीद, मेरी प्रार्थनाओं का फल और फिर से लौटा है एक रास्ता जीवन का तेरे लौट आने के बाद................. ©Harpinder Kaur # तेरे लौट आने के बाद.......
# तेरे लौट आने के बाद....... #Poetry
read moreranjit Kumar rathour
तू रफ्तार से है दूर निकल जाते हो लेकिन मैं जाते तुझे निहार सकता हु न पीछे भाग नही सकता मैं लौट आने का इंतज़ार कर सकता हु न तू मेरे हिस्से का है भी की नही मगर मेरा भी है कुछ सोच सकता हु न जनता हूँ न मिलेंगे हम कभी एहसासो को अपने अंदर संजो सकता हु महशुस मेरी हो तो कहना जरूर बताओ न ऐसा कर सकते हो न हा ऐसा ही कुछ कर सकती हो न ©ranjit Kumar rathour इंतज़ार लौट आने का
इंतज़ार लौट आने का #कविता
read moreRajni Vijay singla
वोट डालने के बाद पता चलता उल्लू नेता नहीं उल्लू बने हम फिर भी बार-बार बनते हैं इस बात का गम ©Rajni Vijay singla #बच के रहना रे बाबा
#बच के रहना रे बाबा
read moreRajni Vijay singla
वोट डालने के बाद पता चलता उल्लू नेता नहीं उल्लू बने हम फिर भी बार-बार बनते हैं इस बात का गम ©Rajni Vijay singla #बच के रहना रे बाबा
#बच के रहना रे बाबा #hunarbaaz
read moreRadhey Ray
यू मुझसे मिलने की.. जिद मत करो, तुम आओगी , मुझसे मिलोगी, फिर लौट जाओगी, लेकिन मै लौट नही पाऊंगा, मै वही मर जाऊंगा , तुम्हे जाता हुआ देख कर lllll 🚫ADDICTED ©Radhey Ray मै लौट नही पाऊंगा..
मै लौट नही पाऊंगा.. #Shayari
read moreRishika Srivastava "Rishnit"
शीर्षक:- "आओ सखी ,खेले फ़ाग " ................................ मार-मार पिचकारी रगों की फुहार से उड़ा के अबीर के रंग, भीगें हर अंग रे.. आओ सखी, खेले फ़ाग एक-दूसरे के संग रे.. करे अंबर लाल पिचकारी के संग रे...! थोड़ा सा ग़ुलाल मैं लगाऊं, थोड़ा तुम लगाना.. लपक-झपक ग़ुलाल के रंगों से, रंगे दोनों संग रे.. आओ सखी, खेले फ़ाग एक-दूसरे के संग रे.. करे अंबर लाल पिचकारी के संग रे..! ना जाने कहाँ होंगे अगले बरस, एक दूसरे को देखने को नजरें जाएगी तरस.. आओ सखी, खेले फ़ाग एक-दूसरे के संग रे.. करे अंबर लाल पिचकारी के संग रे..! आगे की चिंता की शिकन ना आने दे हमारे दरमियान, तू और इस रंग-बिरंगे रंगों संग जिंदगी में भरे हर रंग रे.. आओ सखी, खेले फ़ाग एक-दूसरे के संग रे.. करे अंबर लाल पिचकारी के संग रे..! बरस-बरस भीगेंगे आँचल, भिगोए जलते तन-मन रे.. आओ सखी, बुझा दे प्रेम से हर पीड़ा की चुभन रे.. आओ सखी, खेले फ़ाग एक-दूसरे के संग रे.. करे अंबर लाल पिचकारी के संग रे..!! ©Rishika Srivastava "Rishnit" शीर्षक:- "आओ सखी ,खेले फ़ाग " ................................ मार-मार पिचकारी रगों की फुहार से उड़ा के अबीर के रंग, भीगें हर अ
शीर्षक:- "आओ सखी ,खेले फ़ाग " ................................ मार-मार पिचकारी रगों की फुहार से उड़ा के अबीर के रंग, भीगें हर अ #Holi
read more