Nojoto: Largest Storytelling Platform

New मुझमें ओम तुझमें ओम Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about मुझमें ओम तुझमें ओम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मुझमें ओम तुझमें ओम.

    LatestPopularVideo

Altaaf Ansari

#tag Tag U Love 😘💓Lora ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)

read more

Anjali Singhal

"हल्का सा तो नूर अब भी बाकि है, मुझमें उनके प्यार का! वो भी बुझ जाएगा धीरे-धीरे, अगर जलता रहा दिल यूँ ही बेक़रार सा!!" #AnjaliSinghal no

read more

Niranjana Verma

#SunSet ओम शांति #विचार

read more

Rakesh frnds4ever

#Myself #मुझे समझने में मुझे #खुद ,,,,,,,मुझसे ,,, #मुझको ,,,,,, #मेरे लिए मिलने में #जमाने बीत चुके,,,,, पर ना जाने,,, #मैं #मुझमें #कोट्स

read more

Anjali Singhal

"नैन हैं तेरे प्रेम कवि, तेरे इन नैनों की मैं प्रेम कविता; खोया-खोया दिल ये मेरा, तेरे ध्यान में हरदम रहता। भाव प्रेम का जैसा तेरे अंदर, सच #Poetry #AnjaliSinghal

read more

Sethi Ji

🌺🌺 शुभ नवरात्रि 🌺🌺 माँ दुर्गा का सातवां स्वरूप माँ कालरात्रि हैं मान्यता हैं आज के दिन पूरी श्रद्धा से माँ की पूजा करने से और व्रत रखने

read more

Rabindra Kumar Ram

*** ग़ज़ल *** *** नुमाइश *** " क्यों ना तेरा तलबगार हो जाऊं कहीं मैं , मैं मुख्तलिफ मुहब्बत हूं इस दस्तूर से , क्यों ना तेरा बार बार मु #कविता #ख्यालों #आरज़ू #तसव्वुर #हिज़्र #मशग़ूल #रफ़ाक़त

read more
*** ग़ज़ल *** 
*** नुमाइश *** 

" क्यों ना तेरा तलबगार हो जाऊं कहीं मैं ,
मैं मुख्तलिफ मुहब्बत हूं इस दस्तूर से ,
 क्यों ना  तेरा बार बार मुसलसल हो जाऊं मैं ,
खुद को तेरी आदतों में कितना मशग़ूल किया जाये ,
तुझमें में मसरुफ़ कहीं जाऊं मैं ,
बात जो भी फिर कहा तक जार बेजार , 
तेरे ज़िक्र की नुमाइश की पेशकश की जाये ,
लो ज़रा सी इबादत कर लूं भी मैं ,
इश्क़ की बात हैं मुहब्बत कर लूं मैं ,
तेरे ख्यालों की नुमाइश क्या ना करता मैं ,
ज़र्फ़ तेरी जुस्तजू तेरी आरज़ू तेरी ,
फिर इस हिज़्र में फिर किस की ख़्वाहिश करता मैं ,
उल्फते-ए-हयात  एहसासों को अब जिना आ रहा मुझे ,
जो तेरे ख्यालों के तसव्वुर से रफ़ाक़त जो कर रहा हूं मै . "

                           --- रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** 
*** नुमाइश *** 

" क्यों ना तेरा तलबगार हो जाऊं कहीं मैं ,
मैं मुख्तलिफ मुहब्बत हूं इस दस्तूर से ,
 क्यों ना  तेरा बार बार मु

Niranjana Verma

#Thinking ओम शांति 🙏🙏 #विचार

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल तेरी चाहत का है असर मुझमें । एक सुंदर बसा नगर मुझमें ।। #शायरी

read more
ग़ज़ल
तेरी चाहत का है असर मुझमें ।
एक सुंदर बसा नगर मुझमें ।।
ज़िन्दगी ये हसीन भी होती ।
पर अभी बाकी कुछ कसर मुझमें ।।
जिस तरह चाहता हूँ मैं तुमको
उस तरह यार फिर उतर मुझमें ।।
खोजते तुम जिसे हमीं में हो ।
उसका होता नहीं बसर मुझमें ।।
व्यर्थ करती है इश्क़ का दावा ।
वह न आती कहीं नज़र मुझमें ।।
दिल चुराया अगर तुम्हारा है ।
कह दे उससे अभी निकर मुझमें ।।
भूलकर भी न दूर जाता है ।
वो सितमगर छुपा प्रखर मुझमें ।।
०९/०४/२०२४     -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल


तेरी चाहत का है असर मुझमें ।

एक सुंदर बसा नगर मुझमें ।।

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल तेरी चाहत का है असर मुझमें । एक सुंदर बसा नगर मुझमें ।। #शायरी

read more
ग़ज़ल
तेरी चाहत का है असर मुझमें ।
एक सुंदर बसा नगर मुझमें ।।

ज़िन्दगी ये हसीन भी होती ।
पर अभी बाकी कुछ कसर मुझमें ।।

जिस तरह चाहता हूँ मैं तुमको
उस तरह यार फिर उतर मुझमें ।।

खोजते तुम जिसे हमीं में हो ।
उसका होता नहीं बसर मुझमें ।।

व्यर्थ करती है इश्क़ का दावा ।
वह न आती कहीं नज़र मुझमें ।।

दिल चुराया अगर तुम्हारा है ।
कह दे उससे अभी निकर मुझमें ।।

भूलकर भी न दूर जाता है ।
वो सितमगर छुपा प्रखर मुझमें ।।
०९/०४/२०२४     -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल


तेरी चाहत का है असर मुझमें ।

एक सुंदर बसा नगर मुझमें ।।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile