Find the Latest Status about वळणावळणाचा रस्ता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वळणावळणाचा रस्ता.
Shivkumar
मेरा तो जीना हराम कर रखा है , पूरे शहर में ही यु तो जाम लग रहा है । पेट्रोल-डीज़ल वैसे ही नहीं रहा सस्ता, 10 मिनट का रस्ता तो यु 1-1 घंटे में तय होता है। और अगर किसी का स्कूटर जाम मे बंद पड़ जाता है, तो हर कोई हॉर्न बजा-बजा के उसी पे चढ़ जाता है । जाम से बचने के लिए जो दूसरा रास्ता अपनाया , तो वहाँ तो उससे भी बड़ा जाम पाया । इसकी ना जाने कब युक्ति निकलेगी , ©Shivkumar #trafficcongestion #traffic #Signal #Nojoto मेरा तो #जीना हराम कर रखा है , पूरे #शहर में ही यु तो #जाम लग रहा है । #पेट्रोल डीज़ल व
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. ग़ज़ल :- हर तरफ़ है बहार होली में । दिल को आया करार होली में ।।१ देखकर जो बदलते थे रस्ता । वो भी आयें हैं द्वार होली में ।।२ इस तरह अब वफ़ा करो हमसे । हो जाऊँ मैं बीमार होली में ।।३ आप ऐसे अगर हमें चाहें । जान भी दूँगा वार होली में ।४ दुश्मनी भूल अब सभी जाए । रब से करता पुकार होली में ।।५ पी लिया भंग आज भी जिसने । बरसा उनपे ही प्यार होली में ।।६ हाथ में हाथ तुम प्रखर देना । तो करूँ इंतजार होली में ।।७ २५/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- हर तरफ़ है बहार होली में । दिल को आया करार होली में ।।१ देखकर जो बदलते थे रस्ता ।
HARSH369
एक बात तो समझ आ गयी, जब तक तुमहारा कोई वजूद नही तब तक कोई खिताब नही मिलता किसी को सही राह दिखाने का कोई हिसाब नहि बनता, उल्ता जवाब दे देते है लोग अपना हाल देख, जब बन जाते है हम तो उनसे मिलाप करने का दोबारा प्रयास नही बनता..!! ©SHI.V.A 369 #रस्ता दिखाने चला था मै किसी को
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- आप हमसे एक वादा कीजिए । फिर मिलन का पैदा रस्ता कीजिए ।।१ नाम लेकर मत पुकारा कीजिए । बस इशारों में बुलाया कीजिए ।।२ आपका मैं दिल दुखाऊँगा नहीं । आप इतना तो भरोसा कीजिए ।।३ दिल हमारा क्यों दुखेगा आपसे । बात कड़वी अब न बोला कीजिए ।।४ जान से भी ज्यादा आपको चाहता । इस तरह से दिल न तोड़ा कीजिए ।।५ दर्द दिल में ठहरने मत दो अभी । साज मीठा गुनगुनाया कीजिए ।।६ बात दिल पे चोट गर कोई करे । तब प्रखर सबको हँसाया कीजिए ।।७ १२/०२/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- आप हमसे एक वादा कीजिए । फिर मिलन का पैदा रस्ता कीजिए ।।१
दीप बोधि
रिश्ते अजीब हैं कि ज़माना ख़राब है । मैं ही बुरा हूँ या मेरा लहज़ा ख़राब है । यूँ हम चले हमेशा सच्चाई की राह पर । क्यों वक़्त कह रहा है ये रस्ता ख़राब है । कब तक मुझे रखेगा तू इस तन की क़ैद में । अब उम्र ढल रही है औ पिंजरा ख़राब है । जो ज़िद पे आऊँ फिर मैं ख़ुदा से भी न डरूँ । मुझसे न उलझना मेरा ग़ुस्सा ख़राब है । तुम भी न समझ पाये उसे ये ग़ज़ब हुआ । वो शख़्स लाजवाब है लगता ख़राब है । तुमसे न प्यार कोई करेगा जहान में । तुम आदमी भले हो ये दुनिया ख़राब है । लोगों की मुश्किलों का कोई हल नहीं मिला । अब क्या करें कि ये भी मसीहा ख़राब है । ©दीप बोधि #Crescent एक ग़ज़ल रिश्ते अजीब हैं कि ज़माना ख़राब है । मैं ही बुरा हूँ या मेरा लहज़ा ख़राब है । यूँ हम चले हमेशा सच्चाई की राह पर । क्यों वक़्त क
Adbhut Alfaz
Kiran Chaudhary
सुना है जन्नत तक जाने का रस्ता तुम्हारे दिल से होकर गुजरता है।। ©Kiran Chaudhary सुना है जन्नत तक जाने का रस्ता तुम्हारे दिल से होकर गुजरता है।। #sadak
Anuradha T Gautam 6280