Find the Latest Status about rohatgi comes in which caste from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, rohatgi comes in which caste.
Sushmita Singh
तेरे डर से तो गम भी मेरे पास आने से घबराये | खुशियाँ तो जैसे बाहें फैलाकर अाये | रूह को सुकुन देता हैं तेरा साथ, अब ये बात हर किसी को कैसे समझाये | pls understand your true love...which comes in life only once...
pls understand your true love...which comes in life only once...
read morePratibha4089
Success 😟कभी ना कहो कि दिन अपने खराब है, समझ लो कि हम 😊 काटों से घिरे हुए गुलाब हैं। Do that from which Success own comes in your feet..👏👏
Do that from which Success own comes in your feet..👏👏
read moreShubhangi Sutar
अरे तुमच्या डोईवरच्या गगनाला कधी बघितलय का निरखून.... दलितांच्या डोक्यावर जे आभाळ आहे तेच आभाळ ब्राम्हणाच्या डोक्यावर देखील आहे ज्या हवेत दलीत श्वास घेतात व सोडतात देखील तीच हवा तुम्ही देखील घेता मग तुम्हाला ते चालत का?? तुमच्या घरी जे पाणी येत तेच पाणी त्यांच्या ही घरी येत मग ते बर चालत तुम्हाला.... दवाखान्यात रक्ताची गरज पडल्यावर जे रक्त मिळत ते घेताना डॉक्टराना का बर विचारत नाही तुम्ही लोक की हे रक्त कोणत्या जातीच्या माणसाच आहे.... अरे तुम्ही ज्या धरती मातेवर राहता ती सुद्धा एकच आहे मग तुम्ही लोक सगळ्यांना जाती मध्ये का विभागता का तू कोणत्या जातीचा अस विचारता.... ©Shubhangi Sutar #caste
Dhiraj Kumar
जातिगत भेदभाव झेल रहा हूँ नमस्कार मैं एक पिछडी़ जाति का बेटा बोल रहा हूँ। ईश्वरीय प्रतिमूर्ति हूँ फिर भी झेल रहा हूँ मैं पिछडी़ का बेटा बोल रहा हूँ। राम के देश में भेदभाव का दंश झेल रहा हूँ मैं पिछडी़ का बेटा बोल रहा हूँ। आशा भरी निगाहों से परिवर्तन मांग रहा हूँ नमस्कार मैं एक पिछडी़ जाति का बेटा बोल रहा हूँ।। ©Dhiraj Kumar #caste
Pavi Prabhu
"I followed my heart and it leads me to the beach " ©Pavi Prabhu ,"Happyness comes in waves"#
,"Happyness comes in waves"# #Motivational
read moreArun kr.
हमें लगा जाति और ये मज़हब अब भी सिर्फ गांवो तक में सिमटा हैं पर ये तो शहरों में भी धरले से पावँ पसारा हैं माना गांव के लोग अशिक्षित हैं पर शहर में तो सब ज्ञानी हैं खुद को पढ़ा लिखा कहते पर हरकतें गंवार सा करते जब तक जाति न जाने तब तक कोई नाम इन्हें अधूरा सा लगता हैं सोचो वंहा जंहा नामी विश्वविद्यालय में पढ़ रहा होता हैं और पढ़ा रहा होता हैं और उसी विश्वविद्यालय के हॉस्टल में ऊँची जाति और क्षेत्रवाद का ख़ौफ़ बना रहता हैं sc or st वालों को तो अपने ढंग से नचाना चाहता हैं इसलिए कोई यंहा रहना ही नही चाहता हैं सोचो आरक्षण न होता तो आज भी ये sc or st को अपने पावँ के नीचे का कीड़ा -मकोड़ा समझता हर मामले में ये उनके पावँ से कुचला जाता हां ये सब मे और सब जगह नही पर हां ये तो हकीकत हैं जातिवाद अब भी जीवित हैं कुछ गिने चुने नही चाहते कि ये स्थिति बदलें इन वंचितो का भी जीवन सँवरे। ©Arun kr. #caste