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दूध नाथ वरुण
White ओ मां तेरे आंचल की छाया, मेरे सिर पे हमेशा तुम रखना। तुझसे है ये जीवन मां मेरा, बिन तेरे ये जीवन कुछ भी न।। ©दूध नाथ वरुण #मां #तेरे #आंचल #की #छाया
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी परिंदो के ठिकाने और घोसले रोड और विकास लील गया छाया और सुस्ताने की जगह नही बेचारो का दाना गायब हो गया लुप्पत हो गयी कई प्रजातियां मानव इनका दुश्मन बन गया अट्टालिका पर बैठे पक्षियों का आगमन होता तालमेल मानव से होता था अब सिर्फ खम्बे टावर पर सुस्ताते है धूप बरसात की भेंट चढ़कर अपनी जान रोज गवाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Hope छाया और सुस्ताने की जगह नही #nojotohindi
Sai Angel Shaayari
धुप हैं किस्मत में लेकिन, छाया भी कही तो होगी जहाँ मंजिले होगी अपनी कोई तो ऐसी ज़मीं होगी । ©Sai Angel Shaayari धुप हैं किस्मत में लेकिन, छाया भी कही तो होगी जहाँ मंजिले होगी अपनी कोई तो ऐसी ज़मीं होगी ।
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} अगर आपकी बात, किसी को भी गोली की तरह लगती है, तो आपका निशाना बिल्कुल ठीक है।। ©N S Yadav GoldMine #sugarcandy {Bolo Ji Radhey Radhey} अगर आपकी बात, किसी को भी गोली की तरह लगती है, तो आपका निशाना बिल्कुल ठीक है।।
HARSH369
हमारी राह मे बाधा कोई दुसरा नही बनता हम खुद अपने आप बनते है, हम हि जिम्मेदार होते है अपनी कमियो के आलस ,क्रोध,काम की वासना, किसी दुसरे कि प्रगती से सीखने कि बजाय चिड़ना.. यहि वो कारण होते है जो हमारे लक्ष मे बाधा बनते है अत हमे व्रक्ष कि भाती फल भी देने है छाया भी और आवश्यकता पढ़ने पर लकड़ी भी..!! ©SHI.V.A 369 #वृक्ष की छाया
Vinod Mishra
Author Rupesh Singh
बोली की मार गोली से भी गहरी होती है । गोली से एक बार में मरता है बोली से बार बार मरता है। ©Rupesh Kumar Singh #बोली #गोली #मार
Mukesh kumar dewangan
Shree Ram चल रहा हूँ धूप में तो महावीर तेरी छाया है शरण है तेरी सच्ची बाकी तो सब मोह माया है। ©Mukesh kumar dewangan #shreeram चल रहा हूँ धूप में तो महावीर तेरी छाया है शरण है तेरी सच्ची बाकी तो सब मोह माया है।
Sumit shukla Ss
"सुमित" उसके जहन में छाया रहा , अपनी इश्क को खोने वाला वो शख्स तन्हा तारो की छाव में असमान की बाहों में , सनम की निगाहों में सहेजी हुई स्मृति में यूंही एकाकी तकता रहा ,, अपनी सजोई स्मृति को उस साय से बाट ता रहा यूंही तन्हा उम्र कटता रहा , रात भर इक चांद का साया रहा सुमित" उसके जहन में छाया रहा ।। ©Sumit shukla Ss रात भर इक चांद का साया रहा सुमित" उसके जहन में छाया रहा ।।