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Best गर्भ Shayari, Status, Quotes, Stories

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Mamta Singh

Thanks a million everyone for missing my write-up🙏❤ Dear thakur anoop singh Abhay Bhadouriya bhaiyu❤ Shiva Saxena bhai❤ Anchal Singh lado😘 Dhara singh chhoti😘 Dear Vishnu Prasad❤ #नियति #अनुभूति #yqdidi #yqtales #गर्भ #संस्कार #अन्तिम

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हम लड़कियां है यारां हमारी
अनुभूति कहां हाेती है?
गर्भ में हीं मरते है हम,और हमारे ख्वाब
हमारे अनुभूतियाें की सूची कहां हाेती है? Thanks a million everyone for missing my write-up🙏❤
Dear thakur anoop singh 
Abhay Bhadouriya bhaiyu❤
Shiva Saxena bhai❤
Anchal Singh lado😘
Dhara singh chhoti😘
Dear Vishnu Prasad❤
#नियति #अनुभूति

Shashi Aswal

हर जीवन का आधार 
बंद दीवारों से घिरा हुआ 
एक थैलीनुमा संरचना 
जिसमें विकास होता है 
एक नवजीवन का 
और जिसे इस दुनियाँ में 
लाती है असहनीय दर्द सहकर 
वो माँ होती है...  माँ 

#yqdidi #yqhindi #yqhindiquotes #माँ #गर्भ 
#volatilesoulquotes

Preeti Karn

#जननी#कविता #गर्भ ##प्रसव #yqhindi #yqhindiquotes पुष्पधन्वा : कामदेव पाटली: गुलाब , केतकी: केवड़ा कौशेय : रेशमी आसन्नप्रसवा : जिसे शीघ्र प्रसव होने को हो। __________________________

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मैं जनती हूं  कविताएं 
किसी अन्य को
जनक के अधिकार के आधिपत्य से
मुक्त रखती हूं।
सहधर्मिता की  नियमावली  का
अनुपालन नहीं होता
इस सृजन में।
 मैंने अपनी अनुभूतियों की हठधर्मिता 
के  निर्वहन  मात्र से
अपने हृदय गर्भ में
बीज आरोपित किए हैं
जो बसंत और घहराते काले 
मेघ सदृश  पुष्पधन्वा की
धरोहर हैं।
कुसुम कचनार पाटली केतकी 
से झड़ते रस गन्ध से पोषित
स्वाति उत्तराआषाढ नक्षत्रों की
बूंदों से अलंकृत 
मलय पवन के रेशे से
बुने गए कौशेय वसन 
सुसज्जित
मैं आसन्नप्रसवा जनती हूं कविताएं!
                    प्रीति


     #जननी#कविता #गर्भ ##प्रसव
#yqhindi #yqhindiquotes 
पुष्पधन्वा  : कामदेव
पाटली:    गुलाब   , केतकी: केवड़ा
कौशेय :  रेशमी
आसन्नप्रसवा : जिसे शीघ्र प्रसव होने को हो।
 __________________________

Himshree verma

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Dr Manju Juneja

उन सभी माताओं को समर्पित है।माँ तो माँ होती है।हर माँ अपने बच्चों की जाँ होती है। एक माँ ने एक माँ के दर्द को महसूस किया ।उसने भी हमारे लिये सब सहा।मगर कभी मुँह से उफ़ तक नही की। ऐसी होती है माँ खुद कितनी भी तकलीफ़ सहे मगर औलाद पर आँच भी नही आने देती ।औलाद की खातिर सबसे लड़ जाती है माँ ।जरा सा कुछ हो जाये तो माँ की जान निकल जाती है। माँ  #लोरी #थपकियाँ #ममता#रातभर #गर्भ #कालाटीका #audiopoem #audiopoetry #pyaarimaa

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SATYAJIT ANANDRAO JADHAV

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Ashis Barik

#मेरी ही प्रेमिका के नाम पर।।। #गर्भ लगता है मुझे।।। #HerQuestions Kapil Nayyar Anshu writer Priya dubey Vaishali Srivastava neha ram Vishal Chand Goldi Rajput Vivan nanda SUPLEX city S k Roy

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सोमेश त्रिवेदी

नन्हा बीज/ सोमेश त्रिवेदी बीज नन्हा सा दबा जो उर्वरा धरती के अंदर, पाएगा सर्वस्व इक दिन फूले फलेगा पेड़ बनकर। अभी, जैसे मां के गर्भ में

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बीज नन्हा सा दबा जो
उर्वरा धरती के अंदर,
पाएगा सर्वस्व इक दिन
फूले फलेगा पेड़ बनकर।

अभी, जैसे मां के गर्भ में
मिल रहा पर्याप्त पोषण,
बढ़ रहा हो शिशु कोई
पल रहा हो नया जीवन।

फिर चीरकर उस गर्भ को ही
बाहें समेटे आएगा,
पीड़ा नहीं आनंद कह लो
जो ममता लपेटे आएगा।

अब तक जुड़ा है 
अब तक समाया,
तब तक रहेगी मां की ममता
मां की माया,
जब तक रहेगा मूल भीतर।

जो मिली किरणों की आभा
जागृत हुआ चेतन हुआ,
बाहें फैलाए जा रहा है
वर्धित हुआ जाता निरंतर।

जो बीज नन्हा सा दबा था
उर्वरा धरती के अंदर,
पौध वो अब बन चुका है
फूले फलेगा पेड़ बनकर।
 #NojotoQuote नन्हा बीज/ सोमेश त्रिवेदी

बीज नन्हा सा दबा जो
उर्वरा धरती के अंदर,
पाएगा सर्वस्व इक दिन
फूले फलेगा पेड़ बनकर।

अभी, जैसे मां के गर्भ में

आयुष पंचोली

जब जब धर्म की होंने लगती हैं हानि, धरती पर बढने लगते हैं, अधर्मी मनुष्य और अभिमानी । रोती हैं जब यह धरती माता खून के आँसू, गोओ का रूदन जब चित्कार मचाता हैं। तब हरने को पीड़ा इनकी, काल उतर कर युग परिवर्तन करने आता हैं। तब तब अवतरित होकर निराकार का परम अंश, धरकर कितने ही विविध रूप अपनी सर्वोच्च सत्ता की महानता का एहसास सबको कराता हैं। #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #ayuspiritual #dashavtaar

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"दशावतार" जब जब धर्म की होंने लगती हैं हानि,
धरती पर बढने लगते हैं, अधर्मी मनुष्य और अभिमानी ।
रोती हैं जब यह धरती माता खून के आँसू,
गोओ का रूदन जब चित्कार मचाता हैं।
तब हरने को पीड़ा इनकी,
काल उतर कर युग परिवर्तन करने आता हैं।
तब तब अवतरित होकर निराकार का परम अंश,
धरकर कितने ही विविध रूप अपनी सर्वोच्च सत्ता की महानता का एहसास सबको कराता हैं।

Mahendra Choudhari

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People die but, कांग्रेस के गर्भ से निकला है पाकिस्तान 
अब उसी कांग्रेस को अपने गर्भ 
में पाल रहा है।

इसीलिए कांग्रेस इतना फुदक रही है
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