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Yogenddra Nath Yogi
रेगिस्तान की तपती धूप सी, जिंदगी चल रही है। एक थोड़ी छांव की तलाश में, जिंदगी यूं ही बिखर रही है।। उम्मीद लगा रखी है बादलों से, कभी तो सूरज को ढक लें, जिंदगी नादान सफर लंबा करती रही है। कभी पूछ लूं राह चलतो से, क्या आगे तपती धूप कम होती रही है।। जवाब मिले ना मिले सफर तो जारी रखना है, यह धूप थोड़ी जलाएंगी, पर कभी तो हर किसी को, सुकून की छांव मिलकर रहती है। रेगिस्तान की तपती धूप सी, जिंदगी चल रही है..... ©Yogendra Nath #OneSeason#तपती धूप
राठौड़ मुकेश
खुशनसीब होती है वह काया.. जिस पर होता पिता का साया.. तपती धूप में भी जो.. देता है शीतल छाया.. देता वह पल-पल संबल.. बनाता सदा वह सबल.. निराशा जिनका न छुए दामन कभी... महके न इनके बिना कोई आँगन कभी.. थकान तनाव इनके करीब न आए... इनके चेहरे पर कभी सिकन न आए.. स्वरचित :- मुकेश राठौड़ तपती धूप में... शीतलता का एहसास है पिता...
Neel
मैं तपती धूप दुपहरी सी , तुम मेरे सर की छाँव पिया। मेरी बातें थोड़ी अल्हड़ सी , तुम मुझको न उलझाओ पिया। मैं लगती थोड़ी बुद्धू सी , तुम मुझको न बहकाओ पिया। मैं ज़हर बुझा सा तीर प्रिये , तुम अमृत रस की धार पिया। मैं तन झुलसाती गर्मी सी , तुम ठंडक का अहसास पिया। मैं हूँ लहराती नदिया सी , तुम सागर का ठहराव पिया। मैं दिल दहलाती आँधी सी, तुम शीतल पवन बयार पिया। मैं तपती धूप दुपहरी सी , तुम मेरे सर की छाँव पिया। ❤️😍😍😍💞😍😍😍❤️ ©Neel #मैं तपती धूप दुपहरी की 🙈
prince yadav
झुकना कोई गुनाह नहीं है साहिब तेरे सजदे में हम अपने सर को झुका लेते हैं तेरा प्यार ना मिला कोई बात नहीं तेरी नफरत को ही हम अपने दिल से लगा लेते हैं 📝प्रिंस यादव💔 # तेरे सजदे में
inder Dhaliwal
तेरे सजदे में जो मैंने सर को झुका दिया। अगर तू खुश हो जाए मेरे मुर्शिद तो मैं समझू मैंने सारा जमाना अपना बना लिया। ©inder Dhaliwal तेरे सजदे में।
Mď Âĺfaž" "Šयरी Ķ. दिवाŇ."
तेरी रूह को भी कभी सुकून नसीब ना हो! आज इतना दर्द माँगा है सजदे में खुदा से!! ©Md Alfaz #सजदे में #खुदा से...!!
आयूष जी श्रीवास्तव
मैं तपती धूप में भटकता रहा दिन भर, एक तुम्हें_____मेरा खयाल तक नहीं।। – आयूष जी श्रीवास्तव , ©Ayush Srivastava मैं तपती धूप में भटकता रहा दिन भर, एक तुम्हें_____मेरा खयाल तक नहीं।। – आयूष जी श्रीवास्तव