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theABHAYSINGH_BIPIN
White मन अपनी धुन में क्यूँ भागे है, चिंतन में मन क्यूँ लागे है? छेड़ रण अब ख़ुद के मन से, भजन कीर्तन कैसे न रागे है? जग झूठे सुख में अभियोग है, जो लिप्त हुआ, सुख न पाया है। जब अंतःमन प्रभु पुकारा है, हर हृदय ने प्रभु को पाया है। शरण में सर्वत्र न्यौछार दिया, प्रभु ने उस जीवन को तार दिया। जो नित ध्यान प्रभु में धारिता, उसके जीवन का सार किया। जीवन के सारे सुख निरर्थक हैं, बिन प्रभु के कुछ भी सार्थक नहीं है। जीवन का कोई राह दिखे न, तो फिर प्रभु शरण ही उपाय है। ©theABHAYSINGH_BIPIN #good_night मन अपनी धुन में क्यूँ भागे है, चिंतन में मन क्यूँ लागे है? छेड़ रण अब ख़ुद के मन से, भजन कीर्तन कैसे न रागे है? जग झूठे सुख म
#good_night मन अपनी धुन में क्यूँ भागे है, चिंतन में मन क्यूँ लागे है? छेड़ रण अब ख़ुद के मन से, भजन कीर्तन कैसे न रागे है? जग झूठे सुख म
read moreIG @kavi_neetesh
White हाथ मिले काम करने को चाहे नारी या नर हो संस्कार दिखे परिधान में सब लगे हैं अपने काम में तालाब एक से न बन पाए दस बनाए, सैकड़ों नहाए कर्म करेंगे, फल पाएंगे जीवन में खुशहाली लाएंगे ©IG @kavi_neetesh #Sad_Status हाथ मिले काम करने को चाहे नारी या नर हो संस्कार दिखे परिधान में सब लगे हैं अपने काम में
#Sad_Status हाथ मिले काम करने को चाहे नारी या नर हो संस्कार दिखे परिधान में सब लगे हैं अपने काम में
read moreनवनीत ठाकुर
White लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना। ©नवनीत ठाकुर #लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना।
#लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना।
read moreनवनीत ठाकुर
White कभी करीब आ, परख तो सही, जो दिखे बुरा, वो हर बार नहीं। हमारे फन में है खुदा का नूर, बस देखने का तेरा अंदाज़ सही नहीं। ©नवनीत ठाकुर कभी करीब आ, परख तो सही, जो दिखे बुरा, वो हर बार नहीं। हमारे फन में है खुदा का नूर, बस देखने का तेरा अंदाज़ सही नहीं।
कभी करीब आ, परख तो सही, जो दिखे बुरा, वो हर बार नहीं। हमारे फन में है खुदा का नूर, बस देखने का तेरा अंदाज़ सही नहीं।
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