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B.L Parihar

#ठीक ठाक हैं

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 #ठीक ठाक हैं

Radhey Ray

बाकी सब ठीक ठाक है #freebird #शायरी

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तेरे जाने से कुछ ज्यादा फर्क नहीं 
परा है, मुझे
खुश तो अब भी हूं,
मुस्कुराता  भी हूं,
पर अब वो हसीं चेहरे पे नहीं आती
जिसे देख कर घरवालों को सक होता था।।
🚫ADDICTED

©Radhey Ray बाकी सब ठीक ठाक है

#freebird

Mithlessh shaarma

#HindiPoem#हिंदीकविता ठीक ठाक है सब ठीक ठाक है भैया भाभी चाचा चाची दोस्त बीबी गर्ल फ्रेंड सब ठीक ठाक है रिस्वत देना रिस्वत खाना

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पंडितजी

ये मेरी फालतू की पंक्तिया है जो मेने बिना हाथ विचार किये जैसे मन हुआ लिख दिया । फिर भी ठीक ठाक है अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे 😂😂😂😂 Aadarsha si #कविता

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दुनिया निराला मेला है 
जिसने मुझको झेला है 
मेने इसमे खेला है 
दुनिया निराला मेला है 

जो इसमे जीना सीख गया 
वो खास बन के दिख गया 
में योद्धा बन के टिक गया 
वरना मेरा साथी बिक गया 

दुनिया निराला मेला है जिसने  मुझको झेला है ये मेरी फालतू की पंक्तिया है जो मेने बिना हाथ विचार किये जैसे मन हुआ लिख दिया । फिर भी ठीक ठाक है अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे 😂😂😂😂  Aadarsha si

Nasamajh

धरती पर सब ठीक-ठाक हैं , पर हलचल अख़बारों में..!! बुद्धि कैसे बिकती हैं , यें देखों भरे बाज़ारों में...!! सदियों तप कर-करके... तुमने घृणित

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इस धरती की पीड़ा धरती पर सब ठीक-ठाक हैं ,
पर हलचल अख़बारों में..!!
बुद्धि कैसे बिकती हैं , 
यें देखों भरे बाज़ारों में...!!

सदियों तप कर-करके...
तुमने घृणित

अनुराग चन्द्र मिश्रा

इस शहर नें जानें कितनें रंग ओढ़े हुए हैं इस शहर नें जानें कितनें रंग ओढ़े हुए हैं यहां के बाशिंदे जानें किस रंग के पीछे छिपे हुए हैं कहनें-स #nojotohindi #nojotoहिन्दी

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इस शहर नें जानें कितनें रंग ओढ़े हुए हैं
यहां के बाशिंदे जानें किस रंग के पीछे छिपे हुए हैं
कहनें-सुननें को तो हाल-चाल ठीक ठाक है
हर हाल-चाल में जानें कौन-सी चाल छुपाएं हुए हैं
इस शहर नें जानें कितनें रंग ओढ़े हुए हैं
जानें किस नज़र से पहचानें शहर को और लोगों को
हर मोड़ पर इक नया रंग..
हर कदम पर इक बिसात बिछाए हुए हैं
इस शहर ने जानें कितने रंग ओढ़े हुए हैं
यहां के बाशिंदे जानें किस रंग के पीछे छिपे हुए हैं इस शहर नें जानें कितनें रंग ओढ़े हुए हैं
इस शहर नें जानें कितनें रंग ओढ़े हुए हैं
यहां के बाशिंदे जानें किस रंग के पीछे छिपे हुए हैं
कहनें-स

PrAshant Kumar

aryan_0625 मुझे बस इतना ही जानना चाहते हैं सब मेरी कहानी को सुनना चाहते हैं सब वो तबाह करने वाला हसीन ही रहा होगा बस उसका नाम जानना चाहते ह

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मुझे बस इतना ही जानना चाहते हैं सब मेरी कहानी को सुनना चाहते हैं सब वो तबाह करने वाला हसीन ही रहा होगा बस उसका नाम जानना चाहते हैं सब पहले पूछ लेते हैं मुझसे कि क्या हुआ था मेरे गम को मुस्कुराकर सुनना चाहते हैं सब कहते हैं सॉरी फिर , अगर मुझे हर्ट हुआ तो फिर मुझसे मेरा नाम जानना चाहते हैं सब वो मेहबूबा है मेरी अब चाहे जिसे भी मुझे कॉलेज में प्यार हुआ था या स्कूल में ये जानना चाहते हैं सब पूछते हैं मुझसे कि धोखा क्यों किया उसने पहली मुलाकात कहाँ हुई थी ये जानना चाहते हैं सब हम कितने वक़्त साथ रहे वो कब जुदा हो गया उन हसी रातों का हिसाब जानना चाहते हैं सब मैं किस हाल में जिंदा हूँ किसी को क्या फर्क पड़ता है । वो शख्स तो ठीक - ठाक है न ये जानना चाहते हैं सब मैं जिस घाव के भरने के इंतज़ार में हूँ, उसी घाव को कुरेदना चाहते हैं सब aryan_0625

मुझे बस इतना ही जानना चाहते हैं सब मेरी कहानी को सुनना चाहते हैं सब वो तबाह करने वाला हसीन ही रहा होगा बस उसका नाम जानना चाहते ह

Poetry Of SJT

जिन्दगी की जरूरतें क्या कुछ नही करवाती , पूरा करने की चाहत में मैं बहुत थक जाता हूं , घर से निकला था मां के कदमों को चूम कर , कामयाब तो ह #कविता #Trees

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जिन्दगी की जरूरतें  क्या कुछ नही करवाती ,
पूरा करने की चाहत में मैं बहुत थक जाता हूं ,
घर से निकला था  मां  के कदमों को चूम कर ,
कामयाब तो हो रहा हूं पर बहुत थक जाता हूं ,

पहली बार घर से दूर निकला हूं  मंजिल पाने ,
चलता रहता हूं राह में पर बहुत थक जाता हूं ,
कई तरह के लोग मिले कुछ अच्छे तो बुरे भी ,
रुका नही रोकने से मैं  पर बहुत थक जाता हूं ,

कुछ दोस्त बनाए हैं सुख दुःख बाटने के लिए ,
मुसीबत से अकेले लड़ के बहुत थक जाता हूं ,
एक सहारा  बना रहता है इनके साथ रहने से ,
ख़ुद को तैयार कर रहा हूं  बहुत थक जाता हूं ,

किराए का कमरा है बड़ी मुश्किल से मिला है ,
किसी का सहारा नही  पर बहुत थक जाता हूं ,
नौकरी भी मिल गई है मेरी मां की दुआओं से ,
काम तो ठीक ठाक है  पर बहुत थक जाता हूं ,

पेट तो भर जाता है  यहां मिले  इस भोजन से ,
मन में तसल्ली नही होती  बहुत थक जाता हूं ,
स्वाद नहीं मिलता यहां  मां के बने हाथों जैसा ,
कभी कभी खुद से बना के बहुत थक जाता हूं ,

©Poetry Of SJT जिन्दगी की जरूरतें  क्या कुछ नही करवाती ,
पूरा करने की चाहत में मैं बहुत थक जाता हूं ,
घर से निकला था  मां  के कदमों को चूम कर ,
कामयाब तो ह

OMG INDIA WORLD

#OMGINDIAWORLD ठाकुर साहेब रोज बार में जाते और तीन गिलास बियर मंगवाते 🍺🍺🍺 वो तीनो गिलास से एक एक सिप पीते खत्म होने तक । एक दिन वेटर से र #कॉमेडी

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ठाकुर साहेब रोज बार में जाते और
तीन गिलास बियर मंगवाते 🍺🍺🍺

वो तीनो गिलास से एक एक सिप पीते खत्म होने तक ।

एक दिन वेटर से रहा नहीं गया। उसने पूछा की हुकुम आप तीन गिलास क्यों मंगवाते है ? आप एक गिलास से भी पी सकते हो ? 🍺

ठाकुर साहेब उदास होते हुए बोले की हम तीन बचपन के दोस्त है। पर बहुत दूर दूर रहते है । इसलिए  दो  गिलास उनके और एक मेरे लिए मंगवाता हूँ ।

ऐसा लगता है की वो मेरे पास है  और हम साथ में पी रहे है । 😢

कुछ सालों के बाद अचानक एक दिन 😳ठाकुर साहेब ने केवल दो गिलास बियर मंगवाई 🍺🍺

वो बहुत उदास नजर आ रहा थे।😰
केवल दो गिलास में से सिप कर के पी रहा थे।

वेटर ने सोचा की शायद
इसका एक दोस्त निपट गया ।

वेटर उसको सांत्वना देने के लिए उसके पास पंहुचा । 😱

वेटर ने पूछा की हुकुम आपके  एक दोस्त को क्या हुआ ?
आज केवल दो गिलास ही क्यों मंगवाए । 🍺🍺

ठाकुर साहेब ने बड़ी मायूसी से जवाब दिया की ....
.... मेरे दोनों दोस्त बिलकुल ठीक ठाक है
पर

* मैं नवरात्र में नहीं पीता!😂🤣😂😂😂😂🙏🙏🙏🙏🙏

©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD 
ठाकुर साहेब रोज बार में जाते और
तीन गिलास बियर मंगवाते 🍺🍺🍺

वो तीनो गिलास से एक एक सिप पीते खत्म होने तक ।

एक दिन वेटर से र

Shitanshu Rajat

सवाल, अस्मिता, हक़ीक़त और बीएचयू (BHU)...... मंजर-ए-उपद्रव हुआ है यहाँ भी उनके साथ अब, जो कह रही थीं, बख्श दो, ओ नापाक हाथ अब, ना मान सके जो #yourquote #yqdidi #yqbhaijan #bhu

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सवाल, अस्मिता, हक़ीक़त.... और BHU
(Read full poem in caption)
 सवाल, अस्मिता, हक़ीक़त और बीएचयू (BHU)......

मंजर-ए-उपद्रव हुआ है यहाँ भी उनके साथ अब,
जो कह रही थीं, बख्श दो, ओ नापाक हाथ अब,
ना मान सके जो
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