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Stories related to शरणार्थियों की दुर्दशा क्या था

Anjali Singhal

क्या कीमत चुकाते हम उनकी मोहब्बत की. दिल ही था बस हमारे पास डोर उसकी उन्हें सौंप दी #AnjaliSinghal poetry #Shayari nojoto

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नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर दिल की उम्मीदें सज़ा की तरह मिलीं, जो कभी अपना था, वो हमारा न हो सका।

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Unsplash दिल की उम्मीदें सज़ा की तरह मिलीं,
जो कभी अपना था, वो हमारा न हो सका।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दिल की उम्मीदें सज़ा की तरह मिलीं,
जो कभी अपना था, वो हमारा न हो सका।

Uttam Bajpai

हिंदी कॉमेडीचाचा की वाइफ का नाम क्या है

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Lili Dey

क्या था

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माना कि तेरे रास्ते और मेरे रास्ते अलग था,
मगर एक रोज मुलाक़ात तो हुआ था,
दोस्ती भी हुई थी और इश्क भी हुआ था,
मेरे इज़हार तुझे नापसंद था और
 तेरे इनकार मुझे चुभता था,
फिर भी हमारे बीच कुछ तो था,
मगर यह बता ही नहीं जो था वह क्या था ?

©Lili Dey क्या था

SANIR SINGNORI

'जानी' पागल क्यूं हो गया तू... एक ही शख़्स था जहां में क्या..🥀

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'जानी' पागल क्यूं हो गया तू...           
एक ही शख़्स था जहां में क्या..🥀  








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©SANIR SINGNORI 'जानी' पागल क्यूं हो गया तू...           
एक ही शख़्स था जहां में क्या..🥀

SANIR SINGNORI

जानी को समझाए कोई, एक ही शख़्स था जहां में क्या

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'जानी' को समझाए कोई...          
           एक ही शख़्स था जहां में क्या.. 🥀🥺 





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©SANIR SINGNORI जानी को समझाए कोई,
एक ही शख़्स था जहां में क्या

लेखक 01Chauhan1

ऐसे लोगो की बारे में क्या बात करें

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Pravin Pawade

इश्क का मतलब ... नही जानते... तो क्या कीजीए... प्यार की चाह मे.... राह भुल बैठे... तो क्या कीजीए... इन उदास नजरों का... क्या था केहना.. सु

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नवनीत ठाकुर

जियारत करूं के माथा टेकूं, तूने जो दिया, मैं उसके काबिल न था। तेरी रहमत की हद क्या बताऊं, इंशाल्लाह, तूने जो किया, मैं उसका हकदार न था।

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जियारत करूं के माथा टेकूं,
तूने जो दिया, मैं उसके काबिल न था।
तेरी रहमत की हद क्या बताऊं,
इंशाल्लाह, तूने जो किया, 
मैं उसका हकदार न था।

©नवनीत ठाकुर जियारत करूं के माथा टेकूं,
तूने जो दिया, मैं उसके काबिल न था।
तेरी रहमत की हद क्या बताऊं,
इंशाल्लाह, तूने जो किया, मैं उसका हकदार न था।

नवीन बहुगुणा(शून्य)

तेरे गुमसुम होने की वजह हूं क्या तेरे उदास चेहरे की सजा हूं क्या #emotional_sad_shayari love

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