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Kiran Chaudhary
मंज़िल सामने थी, रास्ता ज़रा मुश्किल था, हार हर कदम पर मेरे साथ थी, मगर मुझे जीत का चस्का था, कभी बेबस भी हुई, तो कभी टूटी भी, कभी खुद से लड़ी, तो कभी रूठी भी, किसी ने कभी साथ न दिया, खुद से सम्भली खुद ही को सहारा दिया भी, मैं हर रोज़ एक ही सपने के साथ सोई ओर उसी के साथ उठी भी, मैं खुद का सूरज बनी तो कभी अंधेरा भी।। ©Kiran Chaudhary मंज़िल सामने थी।।
धाकड़ है हरियाणा
gaTTubaba
White देखा ही नहीं जाता उसके मुंह की तरफ लगता हैं सर ऊंचा रखनेवाला आइने के सामने रोज शर्मिंदा होता हैं...! ©gaTTubaba #sad_quotes देखा ही नहीं जाता उसके मुंह की तरफ लगता हैं सर ऊंचा रखनेवाला आइने के सामने रोज शर्मिंदा होता हैं
Jai Kumar
White कुछ ऐसा बांधा है मेरे इश्क ने मुझे उससे, के कितना भी खुल जाऊ किसी के सामने, फिर भी बंधा सा लगता हैं ।।। ©Jai Kumar #Romantic #Nojoto #Love कुछ ऐसा बांधा है मेरे इश्क ने मुझे उससे, के कितना भी खुल जाऊ किसी के सामने, फिर भी बंधा सा लगता हैं ।।।
Himanshu Prajapati
hanuman jayanti 2024 जय हनुमान ©Himanshu Prajapati #hanumanjayanti24 👉🏻सामने से हट सा खोपड़ी के,😎 👉🏻मुहूर्त का समय निकाला जा रहा है..!
DILEEP RAJ AHIRWAR
White That person was like the moon, he was in front of the eyes and far away like the moon वो शख्स चाँद के जैसा था था तो नज़रों के सामने और दूर था जैसे चाँद हो ©DILEEP RAJ AHIRWAR #Romantic वो शख्स चाँद के जैसा था था तो नज़रों के सामने और दूर था जैसे चाँद हो
Manojkumar Srivastava
मित्रो! आजादी के बाद देश में अनेक गणमान्य राजनेताओं और व्यक्तियों की हत्या/ मृत्यु रहस्यमय ढंग से हुई थी जिसकी गहराई से जांच नहीं की गयी और राजनीतिक कारणों से मामला दबा दिया गया जो निम्नलिखित है-: (1) राष्ट्रपिता- नाथूराम गोडसे ने महात्मा गाँधी को तीन गोलियां मारी थी लेकिन उनके शरीर में चार गोलियां पाई गईं थीं! सवाल यह है कि चौथी गोली किसने चलायी थी? (2) देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री- स्व लालबहादुर शास्त्री की मृत्यु ताशकंद समझौता के अगले दिन 1972 में हो गई थी, (3) महान् स्वतंत्रता- सेनानी ,क्रान्तिकारी और आज़ाद हिन्द फौज के संस्थापक- नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की मौत कब और कैसे हुई? आज़ाद हिन्द फौज का खज़ाना कहाँ है? (4) इन्दिरा गाँधी सरकार में रेलमंत्री- स्व ललित नारायण मिश्र की हत्या बम- विस्फोट से उस समय हो गई थी जब वे बिहार के समस्तीपुर रेलवे जंक्शन पर वैशाली एक्स्प्रेस ( पुराना नाम- जयंती जनता एक्स्प्रेस) का उद्घाटन करने गये थे! कहा जाता है कि स्व मिश्रा इन्दिरा जी के बहुत करीब थे और उनके बहुत गोपनीय राज जानते थे, (5) देश की भूतपूर्व प्रधानमंत्री- स्व इंदिरा गाँधी की हत्या उनके दो अंगरक्षकों- बेअन्त सिंह और सतवन्त सिंह द्वारा कर दी गई! हत्यारे को सजा मिल गई लेकिन सवाल यह है कि विश्व के प्रसिद्ध ,असामान्य राजनेता की हत्या की साजिश किसी साधारण व्यक्ति द्वारा नहीं की जा सकती! इसमें राजनीति के बहुत प्रभावशाली व्यक्ति का हाथ रहा होगा जो अब तक अज्ञात है, (6) देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री- स्व राजीव गाँधी की हत्या तमिलनाडु में कर दी गई थी! हत्यारे को सजा मिल चुकी लेकिन साजिशकर्ता का पता नहीं चला! यहाँ उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने स्व गाँधी की हत्या के दोषी एक व्यक्ति की सजा माफ़ करने की अपील की गई थी, (7) भाजपा सांसद मेनका गाँधी के पति और इन्दिरा गाँधी के दूसरे पुत्र-संजय गाँधी की मृत्यु रहस्यमय ढंग से हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गई थी! बताया जाता है कि इंदिरा जी संजय गाँधी की हरकतों से बहुत नाराज़ और परेशान रहा करती थी और संजय गाँधी इन्दिरा जी के बहुत गोपनीय राज जानते थे, (8) देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक- होमी जहांगीर भाभा की मृत्यु रहस्यमय ढंग से हो गई थी!भाभा ने देश की आज़ादी के कुछ ही वर्षों बाद परमाणु बम का सूत्र खोज लिया था, (9) कांग्रेस पार्टी के युवा और तेजतर्रार नेता- माधवराव सिन्धिया और राजेश पायलट की मृत्यु रहस्यमय ढंग से सड़क दुर्घटना में हो गई थी! हत्या का असली कारण और साजिशकर्ता का पता अब तक नहीं चल सका है। कांग्रेस पार्टी के समर्थक/ चमचे/ बेलचा इसपर अपना बहुमूल्य विचार प्रकट करेंगे! धन्यवाद🙏💕 शुभ रात्रि! Good Night🐦شبعہ خایئر मोदी सरकार से अपील है कि इस सम्बन्ध में जांच आयोग गठित करे! ©Manojkumar Srivastava #Emotional #देश के सामने विचारणीय सवाल#
Aarzoo smriti
Blue Moon वो सवँर के सामने आई, हम नज़र क्या उठा बैठे, उसे देखते ही, पल में सारा जहाँ भुला बैठे। सागर से गहरी वो नशीली आँखें उसकी, वो नज़र क्या मिलाई हम होश गवाँ बैठे। ©Aarzoo smriti #वो सामने आई,,,,