Find the Latest Status about विंस्टन चर्चिल और भारत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विंस्टन चर्चिल और भारत.
Kavi Himanshu Pandey
Google जीते जी इज़्ज़त नहीं देते हैं एक विद्वान को, फ़िर बाद में पछताते रहते हैं बावरे, बस अश्रु से भीग जाता है सारा बदन, क्योंकि फ़िर बाद में पछताते रहते हैं बावरे! ...,. Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey #Manmohan_Singh_Dies Dr मनमोहन सिंह भारत की शान #beingoriginal #NojotoHindi
#Manmohan_Singh_Dies Dr मनमोहन सिंह भारत की शान #beingoriginal Hindi
read moreParasram Arora
Unsplash वो दिन याद करो ज़ब ये आदमी पहले "आदम " था और स्त्री "ईव " थीं तब न आखर था न शब्द न लिपि न कोई आपस मे संवाद था तब केवल ध्वनि थीं तरंग थीं लय थीं इसके बाद वो ध्वनि कब संगीत बनी कब सरगम मे तब्दील हुई कोई नहीं जानता लेकिन वो "आदम " तब तक आदमी और वो ईव स्त्री मे रूपांतरित हो गए थे ©Parasram Arora आदम और ईव
आदम और ईव
read moreDil_ki.dastaan :- संग्राम मौर्य
India quotes बदल रहा है देश ये बदल रहें है यार हम, बदलते इस जहान की हैं पहचान हम। चल रहें हैं साथ यार, हाथ ले सबका हम, नये इस जहान के दिलों के अरमान हम। हौसला जो हो सभी में, रोक दे हमे कहाँ आज अपने कदमों में, झुकता सारा जहाँ हैं हिन्दुस्तान हम... हैं हिंदुस्तान हम.. ©Dil_ki.dastaan हैं हिंदुस्तान हम #भारत #india #मेर_भारत_महान #nation #भारतीय #Indian #life
Kundan Kumar
White मेरा भारत महान है कोई बोलेगा रे ©Kundan Kumar #मेरा #भारत #महान #है
Parasram Arora
White हमारे आदर्शी को पस्तझनी देने मे समर्थ है हमानी विचलित चेतनाये तभी तों रेत मे मुंह छुपा कर रहती है हमारी अनसुलझी समस्याएं जबकि अंतकाल तक हम फेरते रहते है मुर्ख सपनो की मालाये शायद इसीलीये डूब चुके है हमारे भाव और ख़ो चुकी है संवेदनाये ©Parasram Arora आदर्श और संवेदनाये
आदर्श और संवेदनाये
read morekevat pk
White "मैं हूँ और वह है, मिलना चाहते हैं, पर दूरी इतनी है, जैसे धरती और आसमान।" "कभी लगता है, चूर-चूर हो जाऊँ, फिर लगता है, मिलना तो तय ही है।" ©kevat pk #मैं और वो
#मैं और वो
read moreneelu
White भारत और महाभारत तो पहले ही हो चुकी है तो अब हम क्या करेंगे अब हम करेंगे भारतीयता.. ©neelu #GoodMorning #भारत और #महाभारत तो #पहले ही हो #चुकी है तो #अब हम क्या करेंगे अब हम करेंगे #भारतीयता..
Parasram Arora
White अब सुख और सुकून की नींद कहा नसीब होती हैँ आज के इंसान को आदमी दिन भर व्यस्त रहता हैँ रोज़ी रोटी कमाने की ज़ददो ज़हद मे उसे सुकून और सुख की फ़िक्र करने.का वक़्त ही कहा मिलता हैँ? ©Parasram Arora सुख और सुकून
सुख और सुकून
read more