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Rajni Vijay singla
White कुदरत का जाम पी ले बंदे ! सुबह शाम पी ले ©Rajni Vijay singla कुदरत के मतवाले #बदरा# बरसे जैसे#गीत हमारे
कुदरत के मतवाले #बदरा# बरसे जैसेगीत हमारे #मोटिवेशनल
read moreJaidev Joshi
White वाराणसी के घाटों की खुशी शायद नहीं थी मुझ में बसी तभी तो लौटा दिया बिन गलती के दफा किया कागजों की गलती को नामंजूरी का बहाना दिया। 'मैं' और सिर्फ 'मैं' ने किसी के जज्बातों को मिटा दिया इस काशी की धरा को काशी-वालों से जुदा किया है । है जो कुछ लोग जो बदलाव चाहते हैं रातों-रात उनको देशद्रोही का नाम दिया । 'श्याम' की उम्मीद को कॉमेडी समझ टाल दिया लोकतांत्रिक अधिकारों को पन्नों की तरह फाड़ दिया। अभी भी वक्त है समझ जाओ हिंदुस्तान के बाशिंदों संभल जाओ राजनीति से 'नीति' कहीं ओझल ना हो जाए एक चिराग नैतिकता वाला हर कोने में जला आओ। ©Jaidev Joshi Shyam Rangeela and today's politics #Autocracy #notgood #election2024 #ModiJi #ShyamRangeela
Shyam Rangeela and today's politics #Autocracy #notgood #election2024 #ModiJi #ShyamRangeela
read moreArora PR
White मै चाहता हु मेरे इस नए गीत के लिए नए छंद . असमान से ऊतरे लेकिन मेरा गीत मेरी इस बात से राज़ी नही.... क्योंकि उसे धरती के साथ. चिपके रहना ज्यादा पसंद हैँ ©Arora PR नया गीत
नया गीत #कविता
read moreGurudeen Verma
White शीर्षक - क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये ------------------------------------------------------------- क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। कल तो नहीं थी तुम्हें मिलने की फुर्सत। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। क्यों आज हम याद-----------------------।। देख रहा हूँ तुम्हारी कहाँ हैं निगाहें। मेरा महल देख क्यों भरते हैं आहे।। छूने से डरते थे तुम मुझको कल तो, क्यों आज मिलाने हाथ तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। कल तक की थी तुमने बुराई हमारी। करते हो आज सबसे तारीफ हमारी।। नहीं पूछते थे तुम कल हाल हमारा। क्यों आज बिछाने फूल तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। नहीं था कबूल कल क्यों साथ हमारा। गैरों की बाँहों में था कल हाथ तुम्हारा।। तोड़ा था क्यों तुमने कल ख्वाब हमारा। क्यों आज बनाने साथी तुम आ गये।। क्यों आज हम याद-------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #गीत
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लोक सभा सुनाव ©Metro Agency Online Holsel Shop लोक सभा चुनाव 2024
लोक सभा चुनाव 2024 #मोटिवेशनल
read moreDeepak Kumar 'Deep'
जब से रंगा हूँ तुम्हारे इश्क के रंग में ! लोग कहते हैं रंगीला हो गया हूँ मैं!! ©Deepak Kumar 'Deep' #Rangeela
PФФJД ЦDΞSHI
गीत...... बजने लगी शहनाईयाँ, चुभने लगी तम्हाईयाँ चाहे तुम्हे गहराईयाँ होने लगी रुसवाईयाँ चारो तरफ है परछाईयाँ,मौत भी लेती अगड़ाईयाँ, जीना भी चाहूं ज़ी ना सकूँ दिल मे बसी है वीरानियाँ...... ©PФФJД ЦDΞSHI #गीत #pujaudeshi