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Azaad Pooran Singh Rajawat

#navratri #द्वितीय नवरात्रि की शुभकामनाएं# #शायरी

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yogesh atmaram ambawale

#thanksgiving #आपकेअल्फाज #द्वितीय #yqdidi #शुक्रियाआपका #धन्यवाद_आभार बहुत शुक्रिया आपका【आपके अल्फाज】 के अपने मेरी रचना को सराहा||

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बहुत शुक्रिया आपका【आपके अल्फाज】
के अपने मेरी रचना को सराहा|| #thanksgiving #आपकेअल्फाज #द्वितीय
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बहुत शुक्रिया आपका【आपके अल्फाज】
के अपने मेरी रचना को सराहा||

रसिक उमेश

#द्वितीय ब्रम्हचारिणी #navaratri

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जिंदगी सँवर जाएगी बस दिल से मां को पुकार तो लो
सब कुछ बदल जायेगा
बस एक बार मां के दरबार
 जा तो लो।।

©रसिक उमेश #द्वितीय ब्रम्हचारिणी

#navaratri

वेदों की दिशा

।। ओ३म् ।।

आविः सन्निहितं गुहाचरं नाम महत् पदमत्रैतत्‌ समर्पितम्‌।
एजत् प्राणन्निमिषच्च यदेतज्जानथ सदस-द्वरेण्यं परं विज्ञानाद्यद्वरिष्ठं प्रजानाम्‌ ॥

स्वयं आविर्भूत परम तत्त्व यहाँ सन्निहित है, यह हृद्गुहा में विचरने वाला महान् पद है, इसमें ही यह सब समर्पित है जो गतिमान् है, प्राणवान् है तथा जो दृष्टिमान् है। यह जो यही महान् पद है, उसको ही 'सत्' तथा 'असत्' जानो, जो परम वरेण्य है, महत्तम एवं 'सर्वोच्च' (वरिष्ठ) है, तथा जो प्राणियों (प्रजाओं) के ज्ञान से परे है।

Manifested, it is here set close within, moving in the secret heart, this is the mighty foundation and into it is consigned all that moves and breathes and sees. This that is that great foundation here, know, as the Is and Is not, the supremely desirable, greatest and the Most High, beyond the knowledge of creatures.

( मुण्डकोपनिषद् २.२.१ ) #मुण्डकोपनिषद #mundakopanishad #उपनिषद #द्वितीय #अध्याय

Vishal rajput

#अंग्रेजों का भारत में आगमन
#(3)1अंग्रेज:- ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 16 ईसवी में महारानी एलिजाबेथ प्रथम के समय लंदन में हुई
एलिजाबेथ प्रथम ने कंपनी को पूर्व के देशों में व्यापार करने का अधिकार दिया
कंपनी की पहली यात्रा 1601 ईसवी में इंडोनेशिया सर्वप्रथम सूरत में प्रथम फैक्ट्री 1608 इसवी में अंग्रेज कैप्टन हॉकिंस जहांगीर के दरबार में आया
जागीर द्वारा उपाधि खान इंग्लिश की उपाधि दी गई
(2) द्वितीय अंग्रेज:- सर रामस रो 1615 ईस्वी में भारत आया 
#द्वितीय फैक्ट्री:- मुस्लिम पटनम 1611 में स्थापित हुई
अंग्रेजों ने 1639 ईस्वी में मद्रास में सेंट जॉर्ज 1661 ईसवी में ब्रिटेन के सम्राट चार्ल्स 2nd का विवाह पुर्तगाली महारानी कैथरीन के साथ हुआ
पुर्तगालियों ने दहेज में चार्ल्स2nd को मुंबई दिया
1669 ईस्वी में चार्ल्स 2nd ने मुंबई को 10 पौंड वार्षिक किराए पर कंपनी को दे दिया

#बालाजी बाजी राज के बाद....
1 बालाजी विश्वनाथ
2 बाजीराव 1fst
3 बालाजी बाजीराव
4 माधवराव प्रथम
5 माधवराव नारायण समय 1761 से 1712 तक रहा
6 बाजीराव 2nd समय 1774 ईस्वी से 1796 ईस्वी तक रहा
7 मराठों का अंतिम पेशवा था
इससे प्रथम आंग्ल मराठा युद्ध 1775 से 1782 के बीच सूरत की संधि हुई 1775 में रघुनाथ राव वे अंग्रेजों के बीच
साला बाई की संधि 1782
महादजी सीदीया व अंग्रेजों के बीच
#द्वितीय आंग्ल मराठा युद्ध 1803 से 1806 ईसवी तक 1802 में बेसिन की संधि हुई बाजीराव2nd व अंग्रेजों के बीच
#तृतीय आंग्ल अन युद्ध का समय 1817 से 1818 इससे पुना की संधि 1817 में हुई बाजीराव2nd व अंग्रेजों के बीच........
Note:---अष्टप्रधान शिवाजी के दरबार में थे
चौथ कर शिवाजी जीते हुए क्षेत्र से 1/4 कर लगाया
शिवाजी ने भू संरक्षण कराने का आदेश अन्ना जी दत्त को दिया 1669 में.......

#शिवाजी की मृत्यु 1680 में............✍️ 

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©DISHA ACADEMY DADRI ✍️

सुरेश चौधरी

ब्रह्मचारिणी

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ब्रह्मचारिणी (द्वितीय दिवस ) (राधेश्यमी छंद)

तप,  त्याग,  वैराग्य,  सदाचार  एवं  संयम बढाने वाली 
 चन्द्रशेखर प्रिय कमंडल जप माला धारण करने वाली |
दिन  द्वितीय  पावन  है  देखो  माँ  ब्रह्मचारिणी  आती है 
समृद्धि  आरोग्य  सम्पदा  सुयश जगदम्बा संग लाती है |
तप  चारण अति घनघोर किया ब्रह्मचारिणी कहलाती है 
वर्ष  सहस्त्रों  तप  कर  माँ  तपस्वनी  बन  पूजी जाती है | ब्रह्मचारिणी

Dhiraj Roy

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GIta jayanti  हतो वा प्राप्यसि स्वर्गम्, जित्वा वा भोक्ष्यसे महिम्।
तस्मात् उत्तिष्ठ कौन्तेय युद्धाय कृतनिश्चय:॥
(द्वितीय अध्याय, श्लोक 37)

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥
(द्वितीय अध्याय, श्लोक 47)

🙏🙏🙏




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