Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best तीसरादिन Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best तीसरादिन Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 7 Followers
  • 7 Stories

Dr. Vishal Singh Vatslya

#yostowrimo #तीसरादिन #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi ●आशीष सुनो ना..... सुनो ना यार..... हां बोल सुन तो रहा हूँ क्या हुआ.... यार कल मैंने एक बच्ची को डॉट दिया ... क्य़ों ?..कुछ बात अजीब लगी मुझे उसकी , क्लास के सामने डॉट दिया उसे... फिर क्या हुआ नयी बात है तेरी कोई ... गुस्सा नाक पर रहता हैं तुम्हारे तो.... हां पर.... क्या पर ..... वो मुझे बाद में साॅरी बोलने आई... साॅरी वाह यह तो अच्छा है I हां पर ..... फिर पर....अब क्या हुआ?? वो मै राहुल सर के साथ बैठा हुआ था ना तब वो आय

read more
●●●●●●●●●●●●●●


      { Read in Caption }

        Dr.Vishal Singh  #yostowrimo #तीसरादिन  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

●आशीष सुनो ना..... सुनो ना यार..... हां बोल सुन तो रहा हूँ क्या हुआ.... यार कल मैंने एक बच्ची को डॉट दिया ... क्य़ों ?..कुछ बात अजीब लगी मुझे उसकी , क्लास के सामने डॉट दिया उसे... फिर क्या हुआ नयी बात है तेरी कोई ... गुस्सा नाक पर रहता हैं तुम्हारे तो....
हां पर.... क्या पर .....
वो मुझे बाद में साॅरी बोलने आई... साॅरी वाह यह तो अच्छा है I हां पर ..... फिर पर....अब क्या हुआ??
वो मै राहुल सर के साथ बैठा हुआ था ना तब वो आय

Anuj Jain

तीसरा दिन था आज की मिनती परेशान हो गयी थी। उसकी हालत पागलों की तरह हो गयी थी कि कहीं भूत प्रेत का साया या कोई जादू टोटका तो नही था। पिछले दो दिनों से ठीक सुबह के दस बजे , दोपहर के 2 बजे और शाम के 6 बजे उसके घर में घंटी बजती थी। आज अभी 2 बजे फिर वही हुआ, उसने बाहर जा कर फिर से देखा, कोई नही था, सिक्योरिटी कैमरा देखा कोई परिंदा भी नही आया घर में, फिर घंटी कैसे बाजी। मिनती ने राजेश से बहुत कहा लेकिन राजेश को मिनती की बात को हल्के में लेने की आदत थी, और हंस कर टाल दिया उसने आज भी। मिनती अब सभी प्रका

read more
तीसरा दिन था आज की मिनती परेशान हो गयी थी।
उसकी हालत पागलों की तरह हो गयी थी कि कहीं भूत प्रेत का साया या कोई जादू टोटका तो नही था।
पिछले दो दिनों से ठीक सुबह के दस बजे , दोपहर के 2 बजे और शाम के 6 बजे उसके घर में घंटी बजती थी।

पूरी कहानी अनुशीर्षक में

Anuj Jain तीसरा दिन था आज की मिनती परेशान हो गयी थी।
उसकी हालत पागलों की तरह हो गयी थी कि कहीं भूत प्रेत का साया या कोई जादू टोटका तो नही था।
पिछले दो दिनों से ठीक सुबह के दस बजे , दोपहर के 2 बजे और शाम के 6 बजे उसके घर में घंटी बजती थी।
आज अभी 2 बजे फिर वही हुआ, उसने बाहर जा कर फिर से देखा, कोई नही था, सिक्योरिटी कैमरा देखा कोई परिंदा भी नही आया घर में, फिर घंटी कैसे बाजी।
मिनती ने राजेश से बहुत कहा लेकिन राजेश को मिनती की बात को हल्के में लेने की आदत थी, और हंस कर टाल दिया उसने आज भी।
मिनती अब सभी प्रका

lalitha sai

#yostowrimo में शीर्षक तीसरा दिन से एक कहानी लिखें। जैसा कि आप जानते हैं कहानी घटना प्रधान होती है और कविता भाव प्रधान। कहानी को आगे बढ़ाने के लिए शीर्षक भी महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। जैसा कि शीर्षक है तीसरा दिन तो इससे जुड़े तथ्यों को सामने रखें। यानी पहले के दो दिन और हैं। इन दो दिनों में ऐसा क्या घटित हुआ होगा। यहाँ तीसरा दिन कैसे इम्पॉर्टेन्ट है - इत्यादि। तो आइए, कहानी लिखते हैं। #तीसरादिन #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

read more
आज से दो दिन पहले की बात है..यह हर पल कुछ बदलता है ये तई है..मेरे लिए भी कुछ बदला..मेरे नाम ललिता है..मुझे लिखना बहुत पसंद है..में आठ वी कक्षा से लिखती आरी हूं..मगर में अपने डायरी में लिखती थी..अब तो लॉक डाउन है हर जगह.. नौकरी तो नहीं जा सकते..ऐसे बैठे-बैठे   ये ऐप देखी और इसमें लिखना शुरू की..तब से लेकर आज तक लिखने में बहुत सी सुदर आई..पिछले दो दिन से में ये मिनी कहानियां लिख रही हूं..आज मेरा तीसरा दिन है... मुझे अच्छा लग रहा है..में अब लिखने शुरू की तो ये हाथ नहीं रुकता..ऐसे ही लिखने को मन करता है..
धन्यवाद इस ऐप का.. मुझे ही नहीं यह बहुत सारे लोग अपने शब्दो को कविता के रूप में लिख कर..अच्छा महसूस कर रहे है..आज मेरे इस मिनी कहानी की तीसरा दिन है..में आज अपने आपको एक सकारात्मक लेखक के रूप में देख रही हूं.

 #yostowrimo में शीर्षक तीसरा दिन से एक कहानी लिखें। 
जैसा कि आप जानते हैं कहानी घटना प्रधान होती है और कविता भाव प्रधान। कहानी को आगे बढ़ाने के लिए शीर्षक भी महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। जैसा कि शीर्षक है तीसरा दिन तो इससे जुड़े तथ्यों को सामने रखें। यानी पहले के दो दिन और हैं। इन दो दिनों में ऐसा क्या घटित हुआ होगा। यहाँ तीसरा दिन कैसे इम्पॉर्टेन्ट है - इत्यादि। तो आइए, कहानी लिखते हैं। 
#तीसरादिन  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

Neha Pathak

#yostowrimo में शीर्षक तीसरा दिन से एक कहानी लिखें। जैसा कि आप जानते हैं कहानी घटना प्रधान होती है और कविता भाव प्रधान। कहानी को आगे बढ़ाने के लिए शीर्षक भी महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। जैसा कि शीर्षक है तीसरा दिन तो इससे जुड़े तथ्यों को सामने रखें। यानी पहले के दो दिन और हैं। इन दो दिनों में ऐसा क्या घटित हुआ होगा। यहाँ तीसरा दिन कैसे इम्पॉर्टेन्ट है - इत्यादि। तो आइए, कहानी लिखते हैं। #तीसरादिन #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

read more
पहली नजर में मैंने देखा उसे
दूसरी बार दिल दे दिया
आज अपने दिल को खो बैठी 
          सच 
आज तीसरा दिन था  #yostowrimo में शीर्षक तीसरा दिन से एक कहानी लिखें। 
जैसा कि आप जानते हैं कहानी घटना प्रधान होती है और कविता भाव प्रधान। कहानी को आगे बढ़ाने के लिए शीर्षक भी महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। जैसा कि शीर्षक है तीसरा दिन तो इससे जुड़े तथ्यों को सामने रखें। यानी पहले के दो दिन और हैं। इन दो दिनों में ऐसा क्या घटित हुआ होगा। यहाँ तीसरा दिन कैसे इम्पॉर्टेन्ट है - इत्यादि। तो आइए, कहानी लिखते हैं। 
#तीसरादिन  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

जीत की नादान कलम से...

#जीतकीनादानकलमसे #14may2021 #9_47 #nojotohindi #nojotoenglish #nojotonews #NojotoFilms #5LinePoetry silsila e mohobbat7 arpit singh R.K.Sahu Lafzo k sacchai Vk Vivek

read more
#5LinePoetry #तीसरादिन

महबूबा की बाहों में
 ज़न्नत हो न हो 
पर
माँ की गोद में
सुकून बहुत है।

©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #Nojoto #14may2021 #9_47 #nojotohindi #nojotoenglish #nojotonews #NojotoFilms 

#5LinePoetry  silsila e mohobbat7 arpit singh R.K.Sahu Lafzo k sacchai Vk Vivek

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile