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Ghumnam Gautam
इक लड़की जब होठ दबाती है दाँतों से कुछ लड़के तब होश गँवाया करते हैं ©Ghumnam Gautam #होठ #दाँत #लड़के #होश #ghumnamgautam
Liyakat Ali
#Worldsmileday -:आज के प्रवचन:- आज से सभी कसम खाये की हमेशा यूही मुसकुरायेंगे चाहे स्कूल मे मास्टरनी साहिबा कितना ही कुटायी कर जाये चाहे खुद की महिला मित्र कही और टाँका भीड़ाये चाहे पत्नियो के रूप परिवर्तन के खर्चे हो या महिला मित्र के रोज के खर्चे हो चाहे उस महिला मित्र के पहले से ही चार बच्चे हो चाहे मुख पुस्तक की महिला मित्र Angel Priya बाद मे पता चले की खुद की प्राण प्रिया हो सभी पतियो से भी गुजारिश है कि वो भी मुसकुराये चाहे अनकी प्राण प्रिये पड़ोसी के साथ भाग जाये क्योकी ये ऑफर उनके पास भी है कि. वो भी पड़ोसन को लेकर भाग जाये -:धन्यवाद :- #CTK#Comedy#WorldSmileDay हिन्दी मे अर्थ-बिना बात के सबके #दाँत दिखाई दे
Rupraj Kr
ब्रश करो ब्रश करो प्लीज आपने दाँतों को ब्रश करो दाँत नहीं होगा तो कैसे खाओगे दाँत चला जाये तो कैसे लाओगे ब्रश करो ब्रश करो प्लीज अपने दाँतों को ब्रश करो😁
ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
गण पति बप्पा मोरियाँ,,,,,,भगवान कृष्ण के अलावा "गणपति के मुकुट मे """मोर का पँखी"लगी होती है---- गणपति और कृष्ण दोनो की कामदेव जयी है,,,, अर्थात् प्रेम की पराकाष्ठा गणपति के आलय मे निवासित हो सकती है,,, जब महाभारत लिखना था उस वक्त यह शर्त थी कि,,,,,,,ऐसा व्यक्ति या देवता चाहिये जो """बिना रुके लिख सके
beyond infinity खुद से खुद तक का सफर
बचपन और नानी का घर बहुत छोटा था जब नानी को देखा था , एक भी दाँत नही था मुँह में , चाय में टोस्ट डाल कर खाती थी , भले ही दाँत नही थे , लेकिन खुलकर मुस्कुराती थी , सर पर हाथ फेरती थी , मेरी बेटी के बच्चे है ये कहकर , सबसे मिलवाती थी , यही तो एक जगह है जहाँ , मुझे मेरी माँ के नाम से जाना जाता है, अरे ! उसके बच्चे इतने बड़े हो गये , ये कहकर पहचाना जाता है ।। #Bachpan #Nanikaghar
Bhavesh Khaspuria
Anil Siwach
Manjari Shukla
पुछल्लू और मटुरिया की होली मटुरिया चुहिया गुस्से से, अपने बिल के एक कोने से दूसरे कोने में पैर पटकते हुए घूम रही थी और बड़बड़ा रही थी-"मेरा तो काम करते - करते भुर्ता बना जा रहा हैI" पुछल्लू चूहा बेचारा दुम दबाए बैठा हुआ थाI मटुरिया अपनी महीन आवाज़ में फ़िर पिनपिनाई-"सुबह से तीन बार दाल बाटी गर्म कर चुकी हूँI चुपचाप खाते क्यों नहीं?"
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