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Deepak Kanoujia
सुनो ! तुम तीनों !!! इतनी बदतमीज़ी कर इक दूसरे से क्या पाओगे? प्रेम पर कब तक झूठमूठ का तीखापन चढ़ाये रख पाओगे ! झप्पियां पाओ यार ! कहां जाओगे, फिर आओगे ? अच्छा ! बताओ मीठी साथ सेल्फी खिचाओगे !!! Just like that only...बस यूँ ही लाइन में लगने का मन कर रहा था आप लोगों के साथ..ऐसे ही लिख दिया बिलकुल इल्लॉजिकल सा...pls bear with this... "प्रेम एकमात्र सत्य घटना है जिसमें आप चाहकर भी कोई दिखावा नहीं कर सकते" " प्रेम गिलहरी कीे पीठ पर राम के स्पर्श सा है जिसकी स्पर्श~धारियां सदैव के लिए रह जाती हैं प्रेमियों पर " दीपक कनौजिया (प्राधुनिक)
अबोध_मन//फरीदा
जला दिया है प्रेम दीया पलको की बाड़ के पीछे ठहरा हुआ जो अंधेरों का शहर था.. जिनमें आन बसे थे इक रोज़ तुम बिना इजाज़त.. जानते हो.. लिपट रोया था वो शहर तमस की बाँहों में जब तुमने उसे छोड़ा था.. बिना कोई वजह दिए..गलत है न जो आपको आबाद करे.. उसे यूँ उजाड़ देना.. ख़ैर..वक्त था बीत गया..आज वो शहर फिर जगमग है.. स्थापित किया है मन मंदिर से उठा कर ’प्रेम दीया’.! ©अबोध_मन//फरीदा जला दिया है प्रेम दीया पलको की बाड़ के पीछे ठहरा हुआ जो अंधेरों का शहर था.. जिनमें आन बसे थे इक रोज़ तुम बिना इजाज़त..
अबोध_मन//फरीदा
जानते हो... मुझे समझ नहीं आया कभी कि ईश्वर ने मुझे तुमसे मिलाया या तुमने मिलाया मुझे ईश्वर से, पर एक बात जिसे स्पष्टता मिली मेरे मन को कि ईश्वर को जानने के लिए प्रेम का होना अतिआवश्यक है.. मैंने प्रेम जाना तुम्हारे माध्यम से.. और पाया ईश्वर को... या मैने प्रेम जाना और ईश्वर ने मुझे सौंपा साक्षात प्रेम अर्थात् तुम्हें मेरे हिस्से में ‘मेरे प्रेम’ ! .... ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #प्रेम_अर्पण #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा
अबोध_मन//फरीदा
अबोध_मन//फरीदा
प्रीत की डोरी हाथों से जस–जस छूटत जाय। मोह ही मोहे ले डूबा मोहन, लुटा चितवन हाय।। ... अबोध_मन//”फरीदा” ©अवरुद्ध मन प्रीत की डोरी हाथों से जस–जस छूटत जाय। मोह ही मोहे ले डूबा मोहन, लुटा चितवन हाय।। #अबोध_मन #अबोध_प्रेम #प्रेम_अर्पण #फ़क़त_फरीदा #राधा_कृष्ण #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा #दोहे_जैसा
अबोध_मन//फरीदा
प्रकृति भी गुन गुना उठती थी उसकी हंसी की गूँज से.. अब कोई उसे पुकारे भी तो आवाज़ उस तक नहीं जाती! ... अबोध_मन//“फरीदा” . ©अवरुद्ध मन प्रकृति भी गुन गुना उठती थी..उसकी हंसी की गूँज से.. अब कोई उसे पुकारे भी तो.. आवाज़ उस तक नहीं जाती! ©फ़क़त_फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #she_fireflies_moon_herlove #प्रेम_बावरी #प्रेम_अर्पण
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