Find the Best wc_9_चाय_बारिश_और_तुम Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about chalti hai kya 9 se 12 lyrics, judwaa 2 chalti hai kya 9 se 12, chalti hai kya 9 se 12, neha kakkar chalti hai kya 9 se 12, best of 90 hindi songs download,
Poonam Suyal
तुममें हम रहते हैं गुम बारिशें हो जाती हैं, और भी रंगीन.... जब भी प्रेम में सराबोर, होते हैं हम और तुम नहीं रहती हमारी, कोई भी चाह बाकी.... जब भी हमारे साथ, होते हो तुम सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
Vaseem Akhthar
चाय, बारिश और तुम बज रही जैसे मधुर सरगम हो गए नयन ख़शी से नम साथ जो है मेरा हम-दम ये बाँकपन और अल्हड़पन देख हो जाऊँ मैं तुझ में गुुम गाए ये तराना मस्त मगन आठखेलियाँ लेता मन हर दम बाँध लिया है प्रेम बंधन न टूटेगा कभी अब, ये संगम सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
Vaseem Akhthar
चाय, बारिश और तुम बज रही जैसे मधुर सरगम हो गए नयन ख़शी से नम साथ जो है मेरा हम-दम ये बाँकपन और अल्हड़पन देख हो जाऊँ मैं तुझ में गुुम गाए ये तराना मस्त मगन आठखेलियाँ लेता मन हर दम बाँध लिया है प्रेम बंधन न टूटेगा कभी अब, ये संगम सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
Nitesh Prajapati
सुबह सुबह मौसम ने ली करवते, दिल के तेवर बदले और, तमन्ना हुई चाय की। मेरे चेहरे की ये तलप देख, उसने चाय पेश की मेरे समक्ष। बारिश की साक्षी में, तेरे साथ की प्राप्ति। टप टप गिरती बारिश की बूंदे, और ये तेरी मीठी मधुर बातें। खुशनसीब हु में जो मुझे मिली, तुम और तुम्हारे हाथ की चाय। सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
Neha Pathak
संग मेरे चाय, बारिश और तुम हो। चाय तो एक बहाना था पास हम तुम्हारें इतने आएं। बारिश तपती ज़हन को गिला कर जाएं। मेरी रूह में ऐसी गरमाहट घुल जाएं। चारों ओर सुकूँ का एहसास हो- संगमरमर सी तुम्हारी बाहें, रोम-रोम मेरी महक जाएं। मोहब्बत की ऐसी शुरुआत हो जाएं। प्याले से लब हटकर मेरी निगाहें तुम्हें छु जाएं।। सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
साहस
चाय बारिश और तुम तीनों दिल ही आहें भरते है। एक तुम्हें ही देखकर तुम सबको एक बाहें करते है।। सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
दि कु पां
wow! क्या मस्त combination है एक ही कमी रह गई थी, लिखा होता अकेले हों हम और तुम, बैडरूम की खिड़की से मस्त नज़ारा ले, तेरी गोदी में सर रख तेरी ही खयालों में खोया रहता.. पूरे पूरे दिन... सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
नेहा उदय भान गुप्ता
सुबह सुबह जब नेह आंखें खोले, तो बस दीदार तुम्हारा हो, छमछम बरसते बारिश में, चाय संग बस प्यार तुम्हारा हो। बाहो का झूला हो, हर कदम हर पल बस साथ तुम्हारा हो, चाय में प्रेम मिठास घुल जाए, कुछ ऐसा स्नेह तुम्हारा हो। बिन सावन हो जाए बरसात, ऐसा राग, अनुराग तुम्हारा हो, तुम्हारे प्रीति में मैं बस डूबी रहूं, होठों पर ख्याति तुम्हारा हो। अधरो पर हो चाय की चुस्की, माथे पर चुम्बन तुम्हारा हो, दो जिस्म का बने एक जान, कुछ ऐसा अधिकार तुम्हारा हो। सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
नेहा उदय भान गुप्ता
सुबह सुबह जब नेह आंखें खोले, तो बस दीदार तुम्हारा हो, छमछम बरसते बारिश में, चाय संग बस प्यार तुम्हारा हो। बाहो का झूला हो, हर कदम हर पल बस साथ तुम्हारा हो, चाय में प्रेम मिठास घुल जाए, कुछ ऐसा स्नेह तुम्हारा हो। बिन सावन हो जाए बरसात, ऐसा राग, अनुराग तुम्हारा हो, तुम्हारे प्रीति में मैं बस डूबी रहूं, होठों पर ख्याति तुम्हारा हो। अधरो पर हो चाय की चुस्की, माथे पर चुम्बन तुम्हारा हो, दो जिस्म का बने एक जान, कुछ ऐसा अधिकार तुम्हारा हो। सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,
DR. SANJU TRIPATHI
सावन के मौसम में सुरमई शाम के साथ गर छमा छम बारिश आई हो, मिट जाए सारी की सारी तन्हाई गर चाय, बारिश और तुम साथ आई हो। चाय की हर चुस्की के साथ बढ़ता जाएगा सावन के मौसम का मजा, अगर चाय में तुम अपने इश्क की थोड़ी सी मिठास घोल कर लाई हो। चाय की भाप के जैसे ही जिंदगी से गमों को हम हमेशा उड़ाते रहेंगे, खुदा की रहमत है मुझ पर कि तुम मेरी जिंदगी जन्नत बनाने आई हो। सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,