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Kulbhushan Arora
स्वयं को पत्र लिखना, व्यर्थ है क्या? मेरी दृष्टि में तो इसका, बहुत अर्थ है.. आप सोचो कि इसका अर्थ है क्या? Hello All Here is Announcement for the Last Compitition of 2022 You have to write a letter to yourself आपको अपने नाम एक पत्र लिखना है। आप हिंदी/इंग्लिश कोई सी भाषा में लिख सकते हैं। शब्द सीमा नहीं है। आपकी एंट्रीज 15 नवंबर शाम 5 बजे तक मिल जानी चाहिएं।
Kulbhushan Arora
#D_K_P उत्साह हो तुम, तुम... उमंग हो, सांसों की धारा की, तुम....तरंग हो, नीलगागन में उड़ती, तुम स्वच्छंद हो, जीवन का अद्भुत, तुम आनंद हो🙌🙌 #D_K_P उत्साह हो तुम, तुम... उमंग हो, सांसों की धारा की, तुम....तरंग हो, नीलगागन में उड़ती, तुम स्वच्छंद हो, जीवन का अद्भुत,
Kulbhushan Arora
याद है ना सबको😂😂😂 कृपया ध्यान दें 1)पत्र लिखना है कविता नहीं, कविता चाहें तो पत्र में लिख सकते हैं। 2) हिंदी/ इंग्लिश कोई भी भाषा में लिख सकते हैं। 3) 29 तारीख शाम पांच बजे तक अपनी रचना भेज सकते हैं 4) 30 तारीख शाम को निर्णय आ जायेगा 5) रचना आप कॉमेंट बॉक्स में भी पोस्ट कर सकते हैं,रचना के अंत में #कुलभूषणदीप अवश्य करें पुरस्कार
Kulbhushan Arora
मेरा पहला पत्र, मेरे और सबके मित्र के नाम✍️✍️✍️ Hello मित्र KK, अरे तुमसे क्या पूछना कैसे हो? तुम्हें क्या बताना की हमारा क्या हाल है, तुम तो सब जानते हो ना। ख़ैर अब पत्र लिखने को बोला तो लिखेंगे ना... क्या क्या कर्म करवाते हो तुम भी मुझसे। ये सब लोग जो कहते हैं ना की बस मित्र तो असली तुम ही हो ...सब झूठ बोलते हैं😂😂😂कसम से... अगर तुम ही इनके मित्र होते तो ये तुम्हें केवल दुख में ही क्यूं याद करते...आजकल झूठ का बोलबाला है...तुम्हारे सामने तो हो रहा सब...ऐसे मुझे इन सब लोगों की ये बात समझ नहीं आती कि अगर अंत में थक हार कर तुम्हारे ही पास आना है तो पहले क्यूं नहीं आते...fraudye हैं तुम्हें भी बेवकूफ बनाने में लगे रहते हैं ये करा दो 11 रुपए दूंगा वो करा दो 21 रुपए का प्रसाद...क्या है ये स्वार्थी कहीं के। ओहो तुम हो बनाते हो रास्ता, तुम ही सब करते हो कराते हो...और क्रेडिट इन्हे चाहिए तुम क्या क्रेडिट कार्ड हो इनके... KK ji, कुछ करो अति हो गई है अब तो, और कब तक प्रतीक्षा कराओगे करा दो ना अब कोई महाभारत... वो तुमने ही कहा था ना
Kulbhushan Arora
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे, फिर हुई कभी अब नाम को तेरे, आवाज़ मैं न दूंगा..... दोस्ती का अद्भुत गीत... आपको लिखना है एक पत्र, अपने मित्र के नाम.... आप भी पा सकते हैं इनाम, 30 जुलाई Friendship Day के अवसर पर लिखिए खूबसूरत सा पैगाम, अपने प्रिय मित्र के नाम।।। कृपया ध्यान दें 1)पत्र लिखना है कविता नहीं, कविता चाहें तो पत्र में लिख सकते हैं। 2) हिंदी/ इंग्लिश कोई भी भाषा में लिख सकते हैं। 3) 29 तारीख शाम पांच बजे तक अपनी रचना भेज सकते हैं 4) 30 तारीख शाम को निर्णय आ जायेगा 5) रचना आप कॉमेंट बॉक्स में भी पोस्ट कर सकते हैं,रचना के अंत में #कुलभूषणदीप अवश्य करें पुरस्कार
Kulbhushan Arora
भूख बेचारी,भूखी प्यासी, पेट के सूने मन में उदासी, कुछ खाने को मिल जाता? जाग रही लिए आस ज़रा सी, AC कमरे में बैठ कर, भूख पे कविता लिखना, भूख का , मज़ाक उड़ाना नहीं तो क्या है?
Kulbhushan Arora
सुधा दी सुधी ने देखो आपके मन की बात लिखी Dedicating a #testimonial to सुशील कुमारी "सांझ" सबसे मुश्किल है इस पत्र का उत्तर लिखना,मेरे मन का पोस्टमार्टम करने वाली सुधी,जिस सरलता से तुमने मेरे भीतर आए परिवर्तन को सबके सामने रखा है।वो एकदम सही है। सुधा दी जब मुझे उन लोगों से बात करते देखती जो ब्लड के लिए आते, या मेरे मौन में चीख रही वीना को सुनती तो अक्सर कहा करती...तुझे सब लिखना है किसी दिन, और इसीलिए वो हमेशा मुझसे काम से कम 10 पेज की चिट्ठी लिखवाती....जैसा कि तुमने कहा di जानती थी, मैं राइटिंग को कभी भी अपना प्रोफेशन नही बनाऊंगा और जो
Kulbhushan Arora
चरैवेति-चरैवेति...... July ist Aaj ka सकारात्मक विचार.... हर स्थिति में, हर परिस्थिति में, नहीं रुकना, नहीं थकना, सतत चलना, सतत चलना, निराश नहीं होना,जोश नहीं खोना, हताश हो के नहीं कहीं रुकना, तुम खोज रहे जिसको बाहर
Kulbhushan Arora
पिता के नाम मेरा पत्र हे परम पिता श्री, यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।। ये तो आपने ही कहा है ना, अब तो सारी हदें पार कर ली हमने, धर्म को व्यवसाय बना दिया, धर्म के नाम पर हम आपस में लड़ रहे हैं और कौन सी ग्लानि शेष है है अब....
Kulbhushan Arora
एक पत्र... पिता के नाम मां के लिए अधिकतर हम सब अपनी भावनाएं, व्यक्त करते हैं, पिता के लिए स्नेहिल भाव अक्सर अनकहे रह जाते हैं। कारण जो भी रहा हो, आपके पास 17 जून तक एक अवसर है... अपने पिता के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करने का... समय कम है... आप सभी जो भी लिखना चाहें.... इस Father's Day 19 जून से पहले अवश्य लिखें... कुछ नियम हैं... पत्र लिखें। कविता नहीं...