Find the Best संझली Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
ranjit Kumar rathour
कौन कब भा जाए ये कहना बड़ा मुश्किल तकरीबन चार दशक पुरानी बात है हर साल की तरह इस साल भी मेरे घर कुछ मजदूर आये थे दर असल पापा की बुआ अपने गांव से लाती थी धन कटनी का वक्त होता था मजदूरों में ज्यादातर आदिवासी होती थी तकरीबन महीने भर घर मे ही रहती धान कटाई के बाद फसल तैयार कर वापस जाती अब बुआ रही नही और फिर चलन भी नही रहा उन्ही में एक थी साँझली एक दम साँवला रंग छरहरी क्या नैन नक्श किसी ब्यूटी क्वीन सरीखी हम तो छोटे थे लेकिन थे एक मेरे अपने जिन्हें उनसे प्यार हो गया लेकिन फर्क था कि वो मजदूर थी ऐसे में कोई तालमेल बन नही रहा था लेकिन उनकी क़रीबियों के खूब चर्चे थे हमे याद आयी निर्मल वर्मा की डायरी के पन्ने बिट्टो जो छुट्टी में आई थी और ..भोजपुरी गीत की वो पंक्ति आइल हितयी में वु चार दिन खातिर बांकी हलफ़ा मचा के गइल हलाकि वो मिले नही लेकिन मैं कभी भूला भी नही उन पर क्या बीती पता नही लेकिन यादों में जिंदा है चाचा और संझली के अधूरी प्रेम कहानी ©ranjit Kumar rathour अधूरी प्रेम कहानी #संझली और पारो #मजदूर और मालिक का प्यार
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited
Follow us on social media:
For Best Experience, Download Nojoto