Find the Best ArabianNight Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about nizar qabbani arabian love poems, arabian love poems pdf, lakshadweep islands of arabian sea are, arabian nights quotes, arabian phone receive karo gujarati shayari moklo ne,
G.k Sharma
चाहत में हुस्न मायने नहीं रखता अदा काफी है गर ना भी हो दीदार महबूब का तड़प काफी है ©G.k Sharma #ArabianNight
Shruti Vlogger
जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते ढूंढ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी जुगनू कभी रोशनी के मोहताज नहीं होते ©Shruti Vlogger #ArabianNight #viral #Quotes #Life_experience #Motivational #treanding
MUKESH KUMAR
☝️एक विचार ✍️ अपनी क्षमताओं को नहीं पहचाना तो क्या पहचाना... खुद पर विश्वास रखना भी बहुत आवश्यक होता है... ©MUKESH KUMAR एक विचार #ekvichar #vichar4you #quote #motivation #Thoughts #ArabianNight
NAZAR
खामोशी से गुज़र जा ऐ जिंदगी मत शोर मचा, हुई जो आहट तो लूट लेंगे लूटेरे मौत के,,,, रिम्मी बेदी नज़र ©NAZAR #ArabianNight#jindgi#shor#mout#book#nazar
omkar432
एक दिन हम भी भी बो आसमान का तारा बनजायेगे, टूट के आसमान से दुआ मांगने बालों के लिऐ सहारा बन जायेंगे। और कभी लगे की तुम उदास हो, तो आसमान में देखलेना, लाखों करोड़ों तारा गड़ मिल के देखने बालों के लिए नज़ारा बन जायेंगे। ©omkar432 #ArabianNight देखने बालों के लिए नज़ारा बन जायेंगे।
Shivam Pandey
ज़िंदगी को छोड़ कर ज़िंदगी हम पाने चलें दिल पत्थर कर लिया यादों को आग लगाने चलें ©Shivam Pandey #ArabianNight यादों को आग लगाने चले #Hindi #hindi_shayari #Nojoto #nojotohindi
Vishal_कुमार_5409
कोई ताबीज ऐसा दो , कि मै चालक हो जाऊ...!! 🥺मुर्सद🥺 बहुत नुकसान देती है ,मुझें ये सादगी मेरी...!! ©Vishal_कुमार_5409 #ArabianNight
Shivam Pandey
जगते ही रहते है सोते नहीं कुछ ख़्वाब मुक़म्मल होते नहीं ©Shivam Pandey #ArabianNight
संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages
♥️न हि सत्यात् परो धर्मः❤️ सत्य से बढ़कर कोई धर्म नहीं है🙏 ©संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages #ArabianNight
Yasuved
मैं मेरी निशानियां कैसे छिपाऊं , हर एक पत्ता मेरे पेड़ से टूटा है । मेरी भुजाओं पे पलने वाले फलों , तुम्हारे खटपन स्वाद ने मेरी ज़बान को कुरेदा है ।। मैं कैसे टहनी को महान बताऊं , मिली हर चोट को अपना इम्तिहान बताऊं , यूं जो हर बात पर मुझे धिक्कारते हो , मेरे हक़ में है हर सांस तुम्हारी , तुम अधिकार दिखाकर मुझे मारते हो । तुम्हें तुम्हारी पहचान में क्या बताऊं , बचपन के पालनों में तुम्हें कैसे झुलाऊं, अंतिम घड़ी की सुइयां रुके बगैर बाहर कैसे निकलूं , ये एक घर ही मेरी कब्र है , अब आंखरी सांस लेने मैं कहां जाऊं ।। *स्तंभ* ©Yasuved #ArabianNight