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Rakesh frnds4ever
White कहना सुनना आखिर कब तक !!??!! सहना सहना आखिर कब तक!!??!! क्रूरताओं और अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी खामोशियां,, आखिर कब तक!!??!! प्रताड़नाओं की मार के आगे दबती सुबकती मेरी सिसकियां,,,, आखिर कब तक!!??!! कहना सुनना आखिर कब तक !?! रोना धोना आखिर कब तक!?! सहना सहना आखिर कब तक!?! जीवन संघर्ष का युद्ध कब तक?!? प्राणों का ये ताना बाना कब तक?!? कब तक आखिर कब तक मैं ही क्यों आखिर कब तक!!???!!!!?? ©Rakesh frnds4ever #कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं की मार के आगे दबती सुबकती मेरी #सिसकियां आखिर कब तक,, कहना सुनना आखिर कब तक रोना धोना आखिर कब तक सहना सहना आखिर कब तक,,,, #जीवन_संघर्ष का युद्ध कब तक, प्राणों का ये ताना बाना कब तक,
#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं की मार के आगे दबती सुबकती मेरी #सिसकियां आखिर कब तक,, कहना सुनना आखिर कब तक रोना धोना आखिर कब तक सहना सहना आखिर कब तक,,,, #जीवन_संघर्ष का युद्ध कब तक, प्राणों का ये ताना बाना कब तक,
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White काश किसी दिन मैं भी सूरज के मानिंद, दुख दर्दों की गहन अंधकारमय बदलियों से उग पाऊं/ऊपर उठ पाऊं ,, पीड़ाओं/ व्यथाओं/ क्रूरताओं/ के अत्यंत विशालकाय पहाड़ों के बोझ से दबा,, किसी दिन बाहर निकल पाऊं ,, दिल के उन्मादों मन के अवसादों चित के शैलाबों से कभी तर पाऊं , उबर पाऊं नहीं तो ,, ये गर्जनायें, ये शिलाएं , ये आक्रांताएं मुझे काल की गुमनामी में गुम कर डालेंगी ©Rakesh frnds4ever #काश_किसी_दिन मैं भी #सूरज के मानिंद, दुख दर्दों की गहन अंधकारमय #बदलियों से उग पाऊं/ऊपर उठ पाऊं ,, पीड़ाओं/ व्यथाओं/ #क्रूरताओं/ के अत्यंत विशालकाय #पहाड़ों के बोझ से दबा,,किसी दिन बाहर निकल पाऊं ,, दिल के #उन्मादों मन के #अवसादों चित के शैलाबों से कभी तर पाऊं , उबर पाऊं नहीं तो ,, ये गर्जनायें, ये #शिलाएं , ये #आक्रांताए मुझे काल की गुमनामी में गुम कर डालेंगी #rakeshyadav @rkysky @rkyskyfrnds4ever @rkysky1625
#काश_किसी_दिन मैं भी #सूरज के मानिंद, दुख दर्दों की गहन अंधकारमय #बदलियों से उग पाऊं/ऊपर उठ पाऊं ,, पीड़ाओं/ व्यथाओं/ #क्रूरताओं/ के अत्यंत विशालकाय #पहाड़ों के बोझ से दबा,,किसी दिन बाहर निकल पाऊं ,, दिल के #उन्मादों मन के #अवसादों चित के शैलाबों से कभी तर पाऊं , उबर पाऊं नहीं तो ,, ये गर्जनायें, ये #शिलाएं , ये #आक्रांताए मुझे काल की गुमनामी में गुम कर डालेंगी #rakeshyadav @rkysky @rkyskyfrnds4ever @rkysky1625
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