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Vikash Arya
जींदा आदमी में भोत सी कमी दिख अर आख़री टैम पै सब किमे याद आज्या स अर उतो के बेरा हाल-चाल पुछ के ना पुछ आदमी बिते पाछ लाख अच्छाई याद आज्या स ©Vikash Arya #हकिकत
Rabindra Kumar Ram
" इस ख्याल को भी उसे कुछ ख्याल आये तो , ये अंदाजा कुछ मेरे हकिकत से बेहतर होगा , कुछ भले ही जबाब ना आये अब ऐसे में , अब ये सवाल उस जबाब से शानदार होगा . " --- रबिन्द्र राम " इस ख्याल को भी उसे कुछ ख्याल आये तो , ये अंदाजा कुछ मेरे हकिकत से बेहतर होगा , कुछ भले ही जबाब ना आये अब ऐसे में , अब ये सवाल उस जबाब से शानदार होगा . " --- रबिन्द्र राम #ख्याल ,#अंदाजा #हकिकत #बेहतर #सवाल #जबाब #शानदार
वो फिर आएगी
एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है । गाय - ऐसा क्यूं। बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रह है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है । गाय - नही बेटा ये हमे मुर्तियो मे ज्यादा भगवान मानते है , और तब भी जब इन्हे लड़ना हो आपस मे ,ये लोग हमारे लिये नही खुदके फायदे के लिये लड़ते है । बछड़ा - नही माँ इस बार कुछ अलग हो रहा है ये सच मे हमे भगवान मान रहे अब..... वो देखो माँ "गौ रक्षा" वाले लोग आ रहे है... तभी रास्ते मे खड़ी गायों को गाड़ी से उतर कर हांकते हुये डंडे से मारकर वो लोग आगे नारे लगाते हुये चल दिये... गाय - देखा ना बेटा , "ये लोग मंदिरो मे हमारे लिये जगह बना रहे है काश थोड़ी जगह दिल मे भी बना लेते"... इतना कह कर गाय अपने बछड़े को लेकर कूड़ेदान की तरफ चल पड़ी शायद कुछ खाने को मिल जाये.... एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है । गाय - ऐसा क्यूं। बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रहे है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है ।
एक गाय का बछड़ा अपनी माँ से बछड़ा- माँ अब तो हमारे अच्छे दिन आने वाले है । गाय - ऐसा क्यूं। बछड़ा - देखो ना माँ ये इंसान हमारे लिये लड़ रहे है अब , ये हमे अपना भगवान मानते है ।
read moreSaurav Das
बड़े हुए तो,वो सुहानी सी ज़िन्दगी खो गया है! कुछ देर चल कर,ख्वाब टूटे तो क्या हो गया है! फ़िर सपने बुनना है,उम्मीदें जगाना है! एक छोटा सा ख्वाब है,हकिकत बनाना है! ©Saurav Das #ख्वाब #हकिकत #Twowords
Rabindra Kumar Ram
" इस ख्याल को भी उसे कुछ ख्याल आये तो , ये अंदाजा कुछ मेरे हकिकत से बेहतर होगा , कुछ भले ही जबाब ना आये अब ऐसे में , अब ये सवाल उस जबाब से शानदार होगा . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " इस ख्याल को भी उसे कुछ ख्याल आये तो , ये अंदाजा कुछ मेरे हकिकत से बेहतर होगा , कुछ भले ही जबाब ना आये अब ऐसे में , अब ये सवाल उस जबाब से शानदार होगा . " --- रबिन्द्र राम #ख्याल #अंदाजा #हकिकत #बेहतर #सवाल #जबाब #शानदार
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
#ख्वाब में तो #ख्वाब #पूरे हो नहीं #सकते #कभी, #इसलिए अब राहे #हकीकत पर चला करता हूँ #मैं। ©DEAR COMRADE (ANKUR~MISHRA) #हकिकत#मेरी
Priya Gour
अक्सर आजकल सभी प्यार को बांध के रखते हैं, या खुद से जबरदस्ती करते हैं कि मुझे प्यार हो जाये, पर प्यार किया नहीं जाता खुद-ब-खुद हो जाता हैं, वैसे ही जैसे हवा की दिशा में खुद-ब-खुद अग्नि का प्रसार हो जाता हैं। ©Priya Gour #हकिकत #realityoflife #true_love #Love #NojotoWriter #nojotowriters #Nojoto #nojotoapp
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read moreपरवाज़ हाज़िर ........
#ArmAAN अरमान है की - हरकत पर हमारे कोई गोरे करे ! राह में हमारे - नेगाहे जो देखे हमें ओर असर दिल के कही कोने में जाकर शोर करे ! #sApnA #हाजीर हो तुम #हकिकत मे मेरे ! #वाजीब हो यकी से मेरे ! मगर #विस्वास भी हो दिल को मेरे ! एसा कोई #लामहा भी बुनो !
सिन्टु सनातनी "फक्कड़ "
एक पढ़ी थी कहानी बचपन में "ज़मीन की" गज थी शायद दो, गज थी शायद दो ताउम्र की भागा दोड़ी कर नाप सका ना जो। इस ज़मीन कि भी हकीकत अजीब निराली हैं, अपनो से अपनो कि हैसियत मापी तोली और तो और मतलब भी इसने निकाली हैं। कुछ ने तो थोड़े से जमीन कि ख़ातिर, आपनो के लिए ही चक्रव्यूह रच डाली हैं । गर आए मुसीबत, हो करना कुछ भी नीलाम, तो जुबां पे अपनो कि ये ज़मीन ही पहले आयी हैं। अब कहे कैसे दोस्तों यही तो है वो जो संग मुसीबत पहाड़ का लाई हैं। ये ज़मीन हैं साहिब भला किसने अबतलक इसकी सच्चाई बतलायी हैं। हूँ अनपढ इन्सान, बाते और मैं भला कब समझदारो को भाता हूँ, जाहिल कवि हूँ फिर भी तुम्हें समझाता हूँ, फक्कड़ता से अब बात पते कि बताता हुँ। की अंत में मय्यत पे कंधो कि जरूरत होगी चार, अंत में कंधो कि जरूरत होगी चार,, एक होगा शायद बेटा एक भतीजा और दो ही रिश्तेदार। तब होगी ना जरूरत जमीन कि चाहिए होगी कंधे सिर्फ और सिर्फ चार। एक पढ़ी थी कहानी बचपन में "जमीन की " गज थी शायद दो, गज थी शायद दो ताउम्र की भागा दोड़ी कर नाप सका ना जो।। ©फक्कड़ मिज़ाज अनपढ़ कवि सिन्टु तिवारी #हकिकत जमीन कि
#हकिकत जमीन कि
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