Find the Best मद Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दूसरों की मदद शायरी, मदर्स डे पर कविता, मदनी मदीने वाले, मदहोश शायरी, मदिरालय,
@thewriterVDS
है इश्क जादू, तो ये जादू होने दो गर हो जाऊं बेकाबू, तो बेकाबू होने दो चांद होगा, कुछ तारे होंगे अपने आशियाने में एक एक जाम होगी, कुछ राज खुलेंगे कहीं दर्द बह रही होगी, हंसी खेल रही होगी निकलेगा एक अंकुर आस का भी मद होंगे, मस्त होंगे, मदमस्त होंगे रहे ना काबू आपे, तो फिर बेकाबू होने दो। ©@thewriterVDS #जादू #बेकाबू #इश्क #मद #मस्त #मदमस्त #Sunrise
Shubham Bhardwaj
काम,क्रोध, मद,लोभ,जगत में कैसी आग लगाये रे। पंडित, मुल्ला या कोई ज्ञानी, इससे बचकर न जाये रे।। ©Shubham Bhardwaj #Art #काम #क्रोध #मद #लोभ #जगत #में
Shubham Bhardwaj
काम,क्रोध, मद,लोभ से,कब होता कल्याण। सत्य, अहिंसा, प्रेम से मिल जाते हैं भगवान।। ©Shubham Bhardwaj #God #काम #क्रोध #मद #लोभ #से #कब #होता #कल्याण #सत्य
Diwan G
जो नशा दौलत में है, वो किसी मद में नहीं, सबको हद में रखती, पर खुद हद में नहीं। ©Diwan G #मद #मदीरा #मद्य #दिवानजी
Amjad Alam
गिरा नहीं हूं मै। मुझे गिरना भी नहीं है। मै तो उस आसमां की उचाई नाप रहा था कि। मुझे अभी और कितना उपर उठना है। #मद अमजद अलाम मंजिल hashtag thought ya bichar
राजेश गुप्ता'बादल'
खाकी खादी और तमंचा ऊपर से काला कोट, मद में पूरे पूरे चूर हैं ज्यूं जड़ दीमक की खोट। #खाकी #खादी #तमंचा #kala_kot #मद #जड़ #जड़_दीमक #खोट
RV Chittrangad Mishra
आर वी चित्रांगद के कलम से चींटा की मिस चींटी के संग,जिस दिन हुई सगाई। चींटीजी के आंगन में थी,गूंज उठी शहनाई। घोड़े पर बैठे चींटाजी, बनकर दूल्हे राजा। आगे चलतीं लाल चींटियां,बजा रहीं थीं बाजा। दीमक की टोली थी संग में,फूंक रहीं रमतूला। खटमल भाई नाच रहे थे,मटका-मटका कूल्हा। दुरकुचियों का दल था मद में,मस्ताता जाता था। पैर थिरकते थे ढोलक पर,अंग-अंग गाता था। घमरे, इल्ली और केंचुएं,थे कतार में पीछे। मद में थे संगीत मधुर के,चलते आंखें मींचे। जैसे ही चींटी सजधज कर,ले वरमाला आई। दूल्हे चींटे ने दहेज में,महंगी कार मंगाई। यह सुनकर चींटी के दादा,गुस्से में चिल्लाए। 'शरम न आई जो दहेज में,कार मांगने आए। धन दहेज की मांग हुआ,करती है इंसानों में। हम जीवों को तो यह विष-सी,चुभती है कानों में।' मिस चींटी बोली चींटा से,'लोभी हो तुम धन के। नहीं ब्याह सकती मैं तुमको,कभी नहीं तन-मन से। सभी बाराती बंधु-बांधवों,को वापिस ले जाओ। इंसानों के किसी वंश में,अपना ब्याह रचाओ चींटा की मिस चींटी के संग, जिस दिन हुई सगाई। चींटीजी के आंगन में थी, गूंज उठी शहनाई। घोड़े पर बैठे चींटाजी, बनकर दूल्हे राजा। आगे चलतीं लाल चींटियां,
Vishnu Dutt Ji Maharj
मित्रों,,,आज आपको एक ऐसे कथा के बारे में बताने जा रहा हूँ,, जिसका विवरण संसार के किसी भी पुस्तक में आपको नही मिलेगा,,और ये कथा सत प्रतिशत सत्य कथा है,, कथा का आरंभ तब का है ,,जब बाली को ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त हुआ,,की जो भी उससे युद्ध करने उसके सामने आएगा,,उसकी आधी ताक़त बाली के शरीर मे चली जायेगी,, और इससे बाली हर युद्ध मे अजेय रहेगा,, सुग्रीव, बाली दोनों ब्रम्हा के औरस ( वरदान द्वारा प्राप्त ) पुत्र हैं,,और ब्रम्हा जी की कृपा बाली पर सदैव बनी रहती है,, बाली को अपने बल पर बड़ा घमंड था,,उ
@mit Vermn
मैं न प्रेम हूँ प्रसंग हूँ न आश हूँ उमंग हूँ तेरे मन मस्तिष्क कि सोच का मात्र एक अंश हूँ! . . . मैं न कल था न कल हूँ मैं आज मे मद मस्त हूँ मैं तेरी जीत तेरी हार तेरा संसार हूँ!! मैं शाम दाम दंड भेद कर्म मे प्रचंड हूँ तेरे धूर्त कार्य काले कर्म का घमंड हूँ!! ... . न जीत हूँ न हार हूँ जिंदगी का सार हूँ! वेवाक दुनिया में निर्मित घोर श्राप हूँ घमंड हूँ घमंड हूँ मैं अत्यधिक प्रचंड हूँ!!!!! ...... @mit vermn मैं न प्रेम हूँ प्रसंग हूँ न आश हूँ उमंग हूँ तेरे मन मस्तिष्क कि सोच का मात्र एक अंश हूँ! . . . मैं न कल था न कल हूँ मैं आज मे मद मस्त हूँ मैं तेरी जीत तेरी हार तेरा संसार हूँ!!