Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best रामराज Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best रामराज Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutरामराज्य की, ओरछा रामराजा के दर्शन, ओरछा के रामराजा, रामराज यादव, रामराजा मंदिर,

  • 6 Followers
  • 9 Stories

Vidya Jha

For more keep supporting me please ❤️❤️🙏🙏🙏👇👇👇 Instagram I'd - @penpaperanddiary_vidu Youtube-Ankahe Lafz #JaiShreeRam #Ayodhya #रामराज

read more
अर्सा बीत गया
अयोध्या में राजा राम आए हैं
युग बीते जो ये 
खुशियों का बौछार अब आए हैं 
सनातन धर्म स्थापित 
हुए कई वर्ष हो गए 
अब जाके अयोध्या में 
अवध राम मन्दिर बन पाए हैं...!! 


©विद्या झा For more keep supporting me please ❤️❤️🙏🙏🙏👇👇👇

Instagram I'd - @penpaperanddiary_vidu

Youtube-Ankahe Lafz

#jaishreeram #ayodhya #रामराज

its_kundu_shayri

for more poetry follow my page on FB #कलम_का_सिपाही https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=442479373244141&id=442469223245156

read more
इस रामराज से अच्छा तो रावण का राज ही अच्छा था
सारी लंका थी सोने की मकान कोई ना कच्चा था
दैत्य कुल कहो या पिशाच दानव हां राक्षस कहलाते थे
तुम लोगो को तड़पाते हो वे लोगों को खाते थे
राम राज्य में सब हो दुखी इससे तो मर जाना ही अच्छा था
कदम कदम पर आज तुम देह नोच देते किसी देवी की अरे 
सीता को कभी खरोच अाई रावण का बाना सच्चा था
इस रामराज से अच्छा तो रावण का राज ही अच्छा था
जैसे फिरते निर्बल असहाय भूखे नंगे लंका में कोई भूखा नंगा न था
जैसे होते आज हर जगह दंगे लंका में कोई दंगा ना था
पढ़ लिख कर भी मूर्ख बने हम क्या फायदा इस ज्ञान का
दैत्य होकर भी रावण प्रसिद्ध विद्वान था
आज ठोकर देते मातपिता को रावण राज में सम्मान था
इंद्रजीत गया रण में उसे अपनी मौत का ज्ञान था
शूरवीर पराक्रमी था वो पिता का आदर सच्चा था
इस रामराज से अच्छा तो रावण का राज ही अच्छा था
सारी लंका  थी ........................................
त्रेता युग का भारत तो स्वर्णयुग का भारत था
स्नेह प्रस्पर निर्मल वायु जल भी हितकारक था
सूखी प्रजा थी स्वच्छ तंत्र था संस्कृति की भरमार थी
मगर आज यहां है लूट खसोट फैली त्वरित गति भ्रष्टाचार की
आदर्श राजतंत्र हो आदर्श प्रजातंत्र हो मगर अब ये मुश्किल लगता है
कलयुग के इस कालचक्र में हर सपना ओझिल लगता है
लंका में तो एक विभीषण था आज हर घर विभीषण फैल
राम भरत जैसा भ्रातस्नेह नहीं लक्ष्मण जैसा त्याग नहीं 
अब हर रिश्ते मट मैले है
आडम्बर पाखंड , मतलब का बोला बाला है
कोई कोई ही इंसान यहां अब सच्चा है
इस राम राज से अच्छा तो रावण का राज ही अच्छा है
तिरस्कार इष्या द्वेष हरदम बुजुर्ग बिना घर आगन सुने लगते है
उदाहरण क्या भला सब के सब नमूने लगते है
राज संचालन को सब दोष देते खुद भी सम्मिलित भ्रष्टाचारी है
पढ़ेलिखे होकर अनपढ़ को दी राजतंत्र की जिम्मेदारी है
कपिल कैसे हो कल्याण विश्व का भारत था विश्वगुरु क्या ये सच्चा था
इस राम राज से अच्छा तो रावण का राज ही अच्छा था|
इस रामराज से अच्छा तो रावण का राज ही अच्छा था
                                                - कपिल for more poetry follow my page  on FB
#कलम_का_सिपाही 
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=442479373244141&id=442469223245156

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile