Find the Best ऊन Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about एक तरह की मोटी ऊनी चादर, ऊना का मौसम, ऊन का अर्थ, ऊनी ब्लाउज का डिज़ाइन, ऊन in english,
Kunal Salve
तुला आठवत असतो मी दिवस रात्र आठवणीत तु माझी होऊन जातेस सुरू असतं शब्दाचं ओठी येण्याचं सत्र येतेस जेव्हा ऐकायला तेव्हा ऊन,वारा भासतेस ! #आठवण #ती #ऊन #वारा #मराठी
Mumtaz ansari
गम तेरे बिछड ने. का दिल में समो लेंगे तु याद जब आयेगी तन्हाई में रो लेंगे दिल प्यार की रहों में बार्बद हुआ लेकिन बार्बद किया किस ने ये राज ना खोलेंगे ग्र आप की नींदो के सपने हमें मिल जाएं हम जागती आँखों से कुछ देर तो शो लेगे हम कुछ भी. नही ऊन के वो कहते हैं तो काहने दो पयेंगे हमी को वो दिल जब भी टाटो लेंगे अब तार के त्वालूक पर हम दोनो हैं आमादा वो हम से ना बोलेंगे हम ऊन से ना बोलेंगे तु याद जब आयेगी तन्हाई में रो लेंगे
Mumtaz ansari
गम तेरे बिछड ने. का दिल में समो लेंगे तु याद जब आयेगी तन्हाई में रो लेंगे दिल प्यार की रहों में बार्बद हुआ लेकिन बार्बद किया किस ने ये राज ना खोलेंगे ग्र आप की नींदो के सपने हमें मिल जाएं हम जागती आँखों से कुछ देर तो शो लेगे हम कुछ भी. नही ऊन के वो कहते हैं तो काहने दो पयेंगे हमी को वो दिल जब भी टाटो लेंगे अब तार के त्वालूक पर हम दोनो हैं आमादा वो हम से ना बोलेंगे हम ऊन से ना बोलेंगे तु याद जब आयेगी तन्हाई में रो लेंगे
Md Arbaz
घर में पापा ने बताया कि गर्मी खुन में होती है स्कूल में पता चला कि गर्मी जून में होती है बचपन में सुना था कि गर्मी ऊन में होती हैं जिंदगी में बहुत धक्के खाए तब जाकर पता चला कि गर्मी ना तो खून में होती है और ना ही जून में होती है और न ही ऊन में होती हैं गर्मी तो सिर्फ नोटों के जूनून में होती है Md Arbaz khan
sraJan shriVastava
मैं गुजरता हूँ , ऊन गलियो से रोज फिर उन दीवारों से तेरा पता पूछता हूँ !! वो रोज जवाब में बस खामोशी देती है और मै खामोशी के साथ घर लौट आता हूँ !! किसी रोज को तेरा पता मिल जाये , किसी रोज को तुझे मेरे तड़प की भनक लग जाये किसी रोज को तू उन दीवारों से उन खामोशियो को मिटा दें ! किसी रोज को तू मिलने का पैगाम दे !! मैं गुजरता हूँ , ऊन गलियो से रोज फिर उन दीवारों से तेरा पता पूछता हूँ !! उन्ही गलियो में बीती थी , वो बचपन की यादें जो अब याद आती है ! उन्ही गलियो में खेली थी , वो लढाई की होली जो अब याद आती है ! रोज गुजरने से वहाँ से , हर एक याद ताजा हो जाती है ! पर फिर भी , मैं गुजरता हूँ , ऊन गलियो से रोज फिर उन दीवारों से तेरा पता पूछता हूँ !! काश कभी मिल तो जाए किसी मोड़ पर यही ख्वाइश दिल मे रखता हूँ !! #shayari #love #life #soul #heart #sad #broken #couple
Nitin Agarwal (Nick)
अपने सपनों को उस ऊन के, फंदो की तरह बुनते रहना चाइये, जहाँ सिर्फ ऊन का गोला खतम होता हैं, फंदे नहीं !! _नितिन अग्रवाल सपनों को पूरा होने दो !!
destiny ,,,,,writer...(DCS)
मना की अब हम साथ नही ,,,मगर दिल से एक बात काहू ,,,,कोई बात नही , । लेकिन आज हर रात को सोने से पहले,,,तेरी हर यादो के समुंदर मे एक लम्बी सी गोता मरने चला जता हू ।,,,, और ऊन पुराने लम्हो मे से किसी एक पल के मोती को निकाल लाता हू ।,,,,,, फिर उससे आंखे बन्द करके तब तक निहारता हू ।जब तक नीद नही आ जती ।,,, और अगली सुबह से फिर यही इन्तजार करता हू ।की कब ये दिन ढले कब रात हो ।,,,,,, कब फिर तुझे आवज दू और कब तुझसे बात हो।,,,, मना की अब वो रात नही ।मगर दिल से ,,,,एक बात काहू कोई बात नही ।,,, लोग कोश्ते है ।अपनी मोहब्बत को ।,,,,,की हमे उसने तबाह कर दिया । मगर मै तो तेरा शुक्र गुजर हू ।,,,,,की जितना बनता था तुने ।,,,अपना फर्ज आदा कर दिया ।,, और वैसे भी रिस्तो की ऊमर नही देखी जाती है ।,,, देखी जाती है । तो सिर्फ एक बात की हम ऊन रिस्तो मे कितना जिये ।,,, मना की अब मेरे हाथ मे तेरे हाथ नही ।,,, मगर दिल से एक बात काहू ।,,,, कोई बात नही ।,, सायद मेरी आवज अब तुझ तक पहुचती नही ।,,,सायद तेरी निगाहे ।,,,, भी मुझको खोजती नही ।,,, सायद ये कहनी अंजान के परवान की है ।,,,, क्यो की सयाद तू भुल कर आगे बड चुकी है ।,, मगर बे फिकर होके जा ।,, क्यो की मामला तेरे ये शुकून का है ।,,,, मेरे जिस्म की परवाह ना कर मेरा रिस्ता तो तुझसे रूह का है ।,,, माना की मेरे लिये तेरे वो जज्वात नही ।,,,, मगर दिल से कह रहा हू ।,,, मेरी जान कोई बात नही ।, लेकिन आज भी मेरे दिल मे तेरे लिये एक शेर है ,, हमेशा रहेगा । ये सब अपनी जगह है ,,,,,,जो सिकबे है ,,, गीले है।,, अपनी जगह है । आना है तो लौट आ ,,,,,रास्ते अब भी खुले है ।,,,😭