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Komal Pardeshi
Ravi Raj
Somnathsah✓
जब ईश्वर ने आपको खाने के लिए इतने अच्छे अच्छे #पदार्थ दिए हैं तो फिर आप, हम निर्दोष जीवों की #हत्या कर , मांस खाकर हमे परेशान क्यों करते हो। आओ बने #शाकाहारी 😊🚩🕉️🙏🏻 Let's become #vegetarian ️...... ©Somnath Sahu
'मनु' poetry -ek-khayaal
सकल ब्रम्हाण्ड, समस्त ऐश्वर्य, पदार्थ ही है, तो ईश्वर पदार्थ से परे कैसे ? ' मनु ' पदार्थ
Anil Siwach
Anil Siwach
tehzibasheikh👩💻
Rajasic Food ये आहार शरीर और मस्तिष्क को कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। इनका अत्यधिक सेवन शरीर में अतिसक्रियता, बेचैनी, क्रोध, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा इत्यादि लाते हैं Iअतिस्वादिष्ट खाद्य पदार्थ राजसिक हैं Iउदाहरण - मसालेदार भोजन, प्याज, लहसुन, चाय, कॉफी और तले हुए खाद्य पदार्थ I Rajasic Foodये आहार शरीर और मस्तिष्क को कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। इनका अत्यधिक सेवन शरीर में अतिसक्रियता, बेचैनी, क्रोध, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा इत्यादि लाते हैं Iअतिस्वादिष्ट खाद्य पदार्थ राजसिक हैं Iउदाहरण - मसालेदार भोजन, प्याज, लहसुन, चाय, कॉफी और तले हुए खाद्य पदार्थ I
tehzibasheikh👩💻
ALOK Sharma
#OpenPoetry कर सकते धारण जिसको, वो ही धर्म है समाहित गुण अंदर जो, वो ही धर्म है जैसे जल का बहना, सबकी प्यास बुझाना जैसे आग का जलना, ऊष्मप्रकाश को फैलाना जैसे हवा का चलना, जीवन की सांसो में बसना जैसे मिट्टी का होना , पुष्प वनस्पति का उगना लेखक का लिखना धर्म है, गायक का गाना धर्म है काम हैं अलग अलग हम इंसानो के जो, वो ही धर्म है समस्त पदार्थ निहित इस सुंदर प्रकृति में सभी का अपना अपना गुण जो, वो ही धर्म है हर प्राणी केवल अपने गुणों से है जाना जाता कर्म प्रधान जीव पदार्थ का जो , धर्म वही है माना जाता #openpoetry
Priyanka NP
इंसानियत ही वास्तविक धर्म है। ......✍️ महत्वपूर्ण कथन- धर्म को गुण भी कह सकते हैं। यहाँ उल्लेखनीय है कि धर्म शब्द में गुण अर्थ केवल मानव से संबंधित नहीं। पदार्थ के लिए भी धर्म शब्द प्रयुक्त होता है यथा पानी का धर्म है बहना, अग्नि का धर्म है प्रकाश, उष्मा देना और संपर्क में आने वाली वस्तु को जलाना। धर्म सार्वभौमिक होता है। पदार्थ हो या मानव पूरी पृथ्वी के किसी भी कोने में बैठे मानव या पदार्थ का धर्म एक ही होता है। उसके देश, रंग रूप की कोई बाधा नहीं है। इसीलिए धर्म कभी बदलता नहीं है। . . . . आधुनिक समय का सबसे बड़ा रहस्य। आपकी