Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best ढेरों Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best ढेरों Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ढेरों की दवा, ढेरों का अर्थ, ढेरों meaning in english, ढेरों कहानी, ढेरों शुभकामनाएं,

  • 10 Followers
  • 138 Stories
    PopularLatestVideo

Vishnu k Vishwakarma

Vaishnavi Patil Eisha Mahimastan Mini kashyap SHIKHA Rana MONIKA SINGH #दिल #बात #नादान #जज्बात #जिद #नहीं #ढेरों

read more
❤#मुश्किल कुछ भी #नहीं बस

 #जिद की #बात है❤

❤❤#एक #नादान सा #दिल

 ❤है और #ढेरों #जज्बात है !!❤❤ Vaishnavi Patil Eisha Mahimastan  Mini kashyap SHIKHA Rana MONIKA SINGH

Shilpa

छोटा सा आसमान इक , मेरे घर के ऊपर है
ढेरों चाँद-सितारे , इसकी झोली में हैं
कोयल की आम के पेड़ों में कूँक
अमरूद जो आधा गया है सूख
वो मोगरे के फूलों की महक
चिड़ियों की चूं-चूं , गूँजती चहक
मेरी खिड़की से चाँदनी का , मेरे बिस्तर पर उतरना
हर सुबह का , मेरे आंगन में सँवरना
अशोक के पेड़ों की घनी सी छाया
पल-पल मेरा जो , इस घर में बिताया....


ढेरों यादें , ढेरों सपने...
उस मेरे शहर में , मेरे बचपन का  घर 
मैं , और  मेरे अपने #MeraShehar

विनेश सिंह

मैं अपने दिल में ढेरों सपने सजाए रखता हूं। आज अपने सपनों के पंख लगा कर इस नीले आसमान में उड़ना चाहता हूं। इस धुंधली धुंधली सी दुनिया के किसी शांत कोने में, मैं सपनों का महल बनाना चाहता हूं। अगर मिले जिंदगी की राह में दुश्मन भी तो मैं उनको अपना दोस्त बनाना चाहता हूं। उन्हीं दोस्तों के साथ चलते चलते मैं अपनी जिंदगी के हर पल को खुशनुमा बना कर जीना चाहता हूं। मैं अपने घर के हर एक सदस्य के सपने को पूरा करने की ख्वाहिश लिए हुए दिन रात मेहनत करता हूं। कि होंगे एक दिन मेरे सारे सपने सच क्योंकि म

read more
Natural Morning मैं अपने दिल में ढेरों सपने सजाए रखता हूं। आज अपने सपनों के पंख लगा कर इस नीले आसमान में उड़ना चाहता हूं। 
इस धुंधली धुंधली सी दुनिया के किसी शांत कोने में, मैं सपनों  का महल बनाना चाहता हूं। 
अगर मिले जिंदगी की राह में दुश्मन भी तो मैं उनको अपना दोस्त बनाना चाहता हूं। 
 उन्हीं दोस्तों के साथ चलते चलते मैं अपनी जिंदगी के हर पल को खुशनुमा बना कर जीना चाहता हूं। 
मैं अपने घर के हर एक सदस्य के सपने को पूरा करने की ख्वाहिश  लिए हुए दिन रात मेहनत करता हूं। 
कि होंगे एक दिन मेरे सारे सपने सच क्योंकि मैं अपने हर एक सपने को अपने दिल में बैठा रखता हूं। 
मैं कभी अपने नसीब को नहीं कोसता हूं क्योंकि हिम्मत रखता हूं ।
अपनी मेहनत और लगन पर तकदीर खुद ब खुद बदलने की। 
मैं अपने दिल को हर पल यह कहकर समझाता हूं कि होंगे मेरे सारे सपने सच। क्योंकि मां-बाप का ढेरों प्यार और दुआएं मैं हमेशा साथ लेकर चलता हूं।
 बस मेरे छोटे से दिल की एक ख्वाहिश है। कि मैं दुनिया के हर एक इंसान के साथ हाथ पकड़कर चलना चाहता हूं 
और उनके दिल में अपने लिए जगह बनाना चाहता हूं।
उनके अंदर पल रही नफरत की आग को मिटाना चाहता हूं और अपने लिए उनके दिल में जगह बनाना चाहता।। आज अपने सारे सपनों के पंख लगा कर इस नीले आसमान में उड़ना चाहता हूं। मैं अपने दिल में ढेरों सपने सजाए रखता हूं। आज अपने सपनों के पंख लगा कर इस नीले आसमान में उड़ना चाहता हूं। 
इस धुंधली धुंधली सी दुनिया के किसी शांत कोने में, मैं सपनों  का महल बनाना चाहता हूं। 
अगर मिले जिंदगी की राह में दुश्मन भी तो मैं उनको अपना दोस्त बनाना चाहता हूं। 
 उन्हीं दोस्तों के साथ चलते चलते मैं अपनी जिंदगी के हर पल को खुशनुमा बना कर जीना चाहता हूं। 
मैं अपने घर के हर एक सदस्य के सपने को पूरा करने की ख्वाहिश  लिए हुए दिन रात मेहनत करता हूं। 
कि होंगे एक दिन मेरे सारे सपने सच क्योंकि म

IAS Himanshu Maurya

#यादें रातों की# #कविता

read more
आजकल रातो में नींद देर से आने लगी है
कमबख्त उनकी यादें फिर से आने लगी है

उन्ही यादों से रातें अब कटने लगी है
रातों में ही खुद से ढेरों बातें होने लगी है

तेरा कुछ न कह के सब कह जाना
तेरा मेरा न होते हुए भी मेरा हो जाना

तेरी हर यादों में सारी बातें होने लगी है
आप आज कल बहुत याद आने लगी हैं

यादों और बातों की इस संगम में मेरी धड़कन खोने लगी हैं
रातों में ही खुद से ढेरों बातें होने लगी है

आजकल रातो में नींद देर से आने लगी है
कमबख्त उनकी यादें फिर से आने लगी है। #यादें रातों की#

Veerpal Singh

आज भारत की 130 करोड़ जनता को पूर्ण बहुमत से नरेंद्र दामोदरदास मोदी के रूप में मिलेगा भारत का 17 वा प्रधानमंत्री आज राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री जी का शपथ ग्रहण समारोह शाम 7:00 बजे आरंभ होगा मेरी ओर से प्रधान सेवक जी को ऐतिहासिक जीत की ढेरों ढेरों शुभकामनाएं 🇮🇳जय हिंद वंदे मातरम्🇮🇳 #विचार

read more
आज भारत की 130 करोड़ जनता को
पूर्ण बहुमत से 
नरेंद्र दामोदरदास मोदी के रूप में 
मिलेगा 
भारत का 17 वां प्रधानमंत्री
आज राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का शपथ ग्रहण समारोह 
शाम 7:00 बजे आरंभ होगा 
मेरी ओर से प्रधान सेवक जी को 
ऐतिहासिक जीत की ढेरों ढेरों शुभकामनाएं आज भारत की 130 करोड़ जनता को पूर्ण बहुमत से 
नरेंद्र दामोदरदास मोदी के रूप में 
मिलेगा भारत का 17 वा प्रधानमंत्री
आज राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री जी का शपथ ग्रहण समारोह शाम 7:00 बजे आरंभ होगा 
मेरी ओर से प्रधान सेवक जी को 
ऐतिहासिक जीत की ढेरों ढेरों शुभकामनाएं 

🇮🇳जय हिंद वंदे मातरम्🇮🇳

Munna Kumar

हिंदी दिवस पर सभी मित्रों को ढेरों शुभकामनाएं ! 🌹🌹🌹🌹 हिंदी दिवस पर सभी मित्रों को ढेरों शुभकामनाएं ! 🌹🌹🌹🌹

read more
 हिंदी दिवस पर सभी मित्रों को ढेरों शुभकामनाएं !
🌹🌹🌹🌹
हिंदी दिवस पर सभी मित्रों को ढेरों शुभकामनाएं !
🌹🌹🌹🌹

Ramandeep Kaur

यादों की पोटली खोली तो, 
हैरान हुई जब देखा की 
        क्या क्या मैं समेटे बैठी हूँ
        जीवन भर की ढेरों यादें 
        जतनों से संजोए बैठी हूँ
यादों की बात जब आ ही गई, 
तो, मीठा सा बचपन याद आया
        दादी की रसोई याद आई
        मम्मी की बातें याद आई
स्कूल की मस्ती अल्बेली 
र्फी पीरियठ जैसी बेफिर्की
        ट्यूशन से वापस आते हुए,
        स्टीर्ट लाईट के नीचे की, 
        वो ढेरों बातें याद आईं।।
अचानक हुई इक आहट से 
यादों का पावर ऑफ हुआ 
पर जो हो इन यादों से 
मन में रौशन जज्बात हुआ।। #nojotokhabri #challenge #yaad

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 2 -उलझन में राम श्याम दोनों आकर द्वार के बाहर खड़े ही हुए थे कि एक तितली कहीं से उड़ती आयी और दाऊ की अलकों पर बैठ गयी। कन्हाई यह कैसे सहन करले कि यह क्षुद्र प्राणी उसके अग्रज के सिर पर ही बैठे; किन्तु तितली को हटाने के लिए हाथ बढ़ाया तो वह अलकों से उड़ कर इसके दाहिने हाथ की नन्हीं मध्यमा अँगुली पर ही आ बैठी। इतनी सुकुमार, इतनी अरुण अँगुली - तितली को बैठने के लिए इससे अधिक मृदुल, सुन्दर सुरभित कुसुम भला कहाँ मिलने वाला है। अब श्याम उलझन में पड़ गया है। यह अपनी अँगुली पर बैठी इस छो #Books

read more
|| श्री हरि: ||
2 -उलझन में

राम श्याम दोनों आकर द्वार के बाहर खड़े ही हुए थे कि एक तितली कहीं से उड़ती आयी और दाऊ की अलकों पर बैठ गयी। कन्हाई यह कैसे सहन करले कि यह क्षुद्र प्राणी उसके अग्रज के सिर पर ही बैठे; किन्तु तितली को हटाने के लिए हाथ बढ़ाया तो वह अलकों से उड़ कर इसके दाहिने हाथ की नन्हीं मध्यमा अँगुली पर ही आ बैठी। इतनी सुकुमार, इतनी अरुण अँगुली - तितली को बैठने के लिए इससे अधिक मृदुल, सुन्दर सुरभित कुसुम भला कहाँ मिलने वाला है।

अब श्याम उलझन में पड़ गया है। यह अपनी अँगुली पर बैठी इस छो

Mukesh Poonia

Story of Sanjay Sinha कल दफ्तर से छुट्टी थी। पत्नी ने सुबह ही पूछ लिया था कि संजय, तुम्हारा कोई प्रोग्राम तो नहीं है न? मैंने बिना कुछ सोचे समझे कह दिया था कि आज मैं एकदम फ्री हूं। कोई काम नहीं। मेरे मुंह से इतना निकलना था कि पत्नी खुश हो गई। कहने लगी कि आज तुम मेरा एक काम कर दो। तुम मेरे साथ शाम को मेरी सहेली अर्चना के घर चलना। “अर्चना के घर? मेरा क्या काम?” “अर्चना की शादी की बात करने। अर्चना दुविधा में है कि शादी करे या न करे। तुम उसे समझा सकते हो। तुम उसे समझा सकते हो कि उसे अब #News

read more
Story of Sanjay Sinha 
 कल दफ्तर से छुट्टी थी। पत्नी ने सुबह ही पूछ लिया था कि संजय, तुम्हारा कोई प्रोग्राम तो नहीं है न? मैंने बिना कुछ सोचे समझे कह दिया था कि आज मैं एकदम फ्री हूं। कोई काम नहीं। मेरे मुंह से इतना निकलना था कि पत्नी खुश हो गई। कहने लगी कि आज तुम मेरा एक काम कर दो। तुम मेरे साथ शाम को मेरी सहेली अर्चना के घर चलना। “अर्चना के घर? मेरा क्या काम?”

“अर्चना की शादी की बात करने। अर्चना दुविधा में है कि शादी करे या न करे। तुम उसे समझा सकते हो। तुम उसे समझा सकते हो कि उसे अब

Mukesh Poonia

Story of Sanjay Sinha मेरे परिचित ने परसों देर रात फोन किया कि संजय जी, प्लीज़ मेरी मदद कीजिए। अब कोई इतनी रात मदद के लिए फोन करेगा, तो घबराटह तो हो ही जाएगी। मैंने एकदम हड़बड़ाते हुए पूछा कि क्या हुआ? मेरे परिचित ने रूंधे गले से कहा कि उनकी बिटिया 11वीं कक्षा में पास नहीं हो पाई है और अब स्कूल वाले उसका नाम काट रहे हैं।  इतना सुनने के बाद मैं थोड़ा संयत हुआ। मेरी घबराहट थोड़ी कम हुई। मैंने खुद पर नियंत्रण रखते हुए पूछा, अरे, ये कैसे हुआ? स्कूल वाले बच्ची का नाम क्यों काट रहे हैं? परिचि #News

read more
Story of Sanjay Sinha 
 मेरे परिचित ने परसों देर रात फोन किया कि संजय जी, प्लीज़ मेरी मदद कीजिए। अब कोई इतनी रात मदद के लिए फोन करेगा, तो घबराटह तो हो ही जाएगी। मैंने एकदम हड़बड़ाते हुए पूछा कि क्या हुआ? मेरे परिचित ने रूंधे गले से कहा कि उनकी बिटिया 11वीं कक्षा में पास नहीं हो पाई है और अब स्कूल वाले उसका नाम काट रहे हैं। 


इतना सुनने के बाद मैं थोड़ा संयत हुआ। मेरी घबराहट थोड़ी कम हुई। मैंने खुद पर नियंत्रण रखते हुए पूछा, अरे, ये कैसे हुआ? स्कूल वाले बच्ची का नाम क्यों काट रहे हैं? परिचि
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile