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Md Shanaullaha
#मां डांट कर खाना खिलाती थे मेरी मां भूखे पेट सो जाता हूं हॉस्टल में😔 ©Md Shanaullaha #हॉस्टल #मां #कॉलेज
@thewriterVDS
कॉलेज में दाखिला लेने की होड़ मची थी थोड़ी देर, मैं पहुंचा था सब अपनी राह चल दिए थे मैं अब भी वहीं, लाइन में खड़ा था दाखिला लिया, हॉस्टल की राह चल दी डर और खुशी चल रही थी साथ मेरे। मिले कुछ लोग, जो नए पड़ोसी बने थे कुछ साथ के, कुछ ऊपर के पड़े थे किसी तरह वो रात, बस बीत गई खुशी के मारे नीद भी, कहीं मीत भई अभी भी कक्षा शुरू होने में दिन थे अगले दिन हॉस्टल की कक्षा में हम लीन थे मेल मिलाप का सिलसिला अब शुरू हो गया बढ़ते बढ़ते बढ़ जाएगा, यही दोस्त अब गुरू हो गया सीनियर ने भी रात भर बहुत पढ़ाया पढ़ते पढ़ते आंख नाक से खून निकल आया। वही पड़ोसी आज दोस्त बन गए हैं दोस्त से भी ज्यादा कहीं हम रम गए हैं बातों में एक दूसरे के गालियां ही निकलती हैं हर मुश्किलों में एक दूसरों की खातिर, तितलियां ही खिलती हैं नहीं आती याद घर की, खुशियां इतनी बटोरें हुए हैं ये दोस्त हैं, दोस्ती के लिए एक पैर पर खड़े रहे हैं उस दिन याद तुम्हारी बहुत आएगी अपनी जिंदगी में मशगूल होंगे सब गालियों की याद तुमको बहुत रुलाएगी। #कॉलेज और #दोस्त #दोस्ती #पड़ोसी #सिलसिला #हॉस्टल #yqdidi #yqhindi 𝘠ourQuote Didi Vaibhav Dev Singh
प्रशान्त पंडित (जौनपुरिया लौंडा)
सब चुभन, वेदना समझ रही, लगता है सबकुछ टूट रहा! दोस्त, मेस, होस्टल की मस्ती, आज सब कुछ छुट रहा!! बस शुन्य सा हु, बेसुध हो कर, आशु को नीचे छिपा रखा!! बेगाने हो गए है अब हम भी, ये सोच के दिल अब रूठ रहा!!! सब चुभन............. #हॉस्टल #याद, जो कभी भी खत्म नही होंगी #love uh जिगरछल्लो ©प्रशान्त पंडित (जौनपुरिया लौंडा) #findingyourself
Er.sonusitaram Dhanuk
WASEEM ALI SIDDIQUI
JALAJ KUMAR RATHOUR
आज-कल हॉस्टल मे वो हमारी पहली मुलाकात, मस्ती और मजाक जो किये थे बिहारी दोस्तो के साथ, कितनी यादों से भरी होती थी वो सुबह तक जागने वाली रात, सीनियर्स को आवाज़ों से चिढाना, और रात भर बैठ कर पेपर आउट करवाना जूनियर्स को हैंडल करने की प्रैक्टिस करना सुबह सुबह तेरा ,खेत पर जाना, भंडारों का स्कोर बड़ाना ,छत पर सबको ले जाकर सुलाना, सर्द रातों को धुएं में उड़ाना,मेरी नमकीन और मिठाई को ,चुपके से साफ कर जाना, बलिया बाली को राहुल अभी है नहीं कहकर सताना" तुझे पद्मावत देखने के लिए उकसाना, सब याद आता है,यार तेरा साथ बड़ा सताता है, शुक्रिया तेरा मेरे सेमीबिहारी भतीजे है, हमारी जिंदगी में आने के लिए , हॉस्टल की लाइफ को और हसीन बनने के लिए, जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ मेरे दोस्त राहुल राजपूत उर्फ यादव "बागी बलिया वाले" हॉस्टल मे वो हमारी पहली मुलाकात, मस्ती और मजाक जो किये थे बिहारी दोस्तो के साथ, कितनी यादों से भरी होती थी वो सुबह तक जागने वाली रात, सीनियर्स को आवाज़ों से चिढाना, और रात भर बैठ कर पेपर आउट करवाना जूनियर्स को हैंडल करने की प्रैक्टिस करना सुबह सुबह तेरा ,खेत पर जाना,भंडारों का स्कोर बड़ाना,छत पर सबको ले जाकर सुलाना, सर्द रातों को धुएं में उड़ाना,मेरी नमकीन और मिठाई को ,चुपके से साफ कर जाना,
Patel_ki_Kalam
#Accident (आगे की कहानी जानने के लिए लाइक, कॉमेंट जरुर करे) 👇👇👇👇 एक दिन शाम को मै जल्दी सो गया था। मेरी एक साल से तबीयत कुछ सही नहीं रहती तो मां तो हमेशा 7 बजे सुबह जगाती थी लेकिन जब अगली सुबह हुई तो मां 8 बजे सुबह जगाया और बोली दिनभर सोता रहता है मैं ना होऊ तो ये खुद से जागे भी ना। उस दिन हल्ला करते हुए बोली जा ताजा होले और जाकर पीपल में पानी देकर आ तुझे तो कोई फिकर ही ना रहती है। हमेशा की तरह नहाने के बाद पास के लोहरो के घर के पास पीपल में जल देने को चल दिए। घर के आगे टेलर के दुकान के पास पहुंचे ही थे जो दुकान में बुध्दि आजी बोल पड़ी नाती आज बहुत देर कर दी।
JALAJ KUMAR RATHOUR
रजनीश, डेढ़गाँवा का ये बुजुर्ग आदमी, और हॉस्टल का चचा, नौकरी तो पा गया पर, लोगो के जोइनिंग. लेटर आते है और इसका resigation लेटर आता है, कॉलेज मे जब पहली दफा मिला तो ये चोकलेटी बॉय बिहारी गाना गाने गाता था, सभी लोग इसे बिहारी समझते, वैसे ये बनारस के पास से है, खुद की मन की करने वाला ये शख्स दिल का थोड़ा कमजोर है, पर भूतो को ढूंढने के लिए रातों मे हॉस्टल के चक्कर लगाता था,साथ मे रहते रहते पता ही नही चला की कब ये रूममेट से Soul mate बन गया मेरे इस भाई को जब सब्जी खराब हो तो स्वाद आता है और एक खुशबू की खुशबू से इसका दिल बहक जाता है शायरी और गजलो से लोगो को दीवाना बनाना इसकी पुरानी आदत है, मेरी हॉस्टल लाइफ इस महान करुआसन के बिना अधूरी सी है, हाँ कभी हाथ भी उठाया और कभी प्यार भी जताया इसने ही सिखाया की थाली मे पानी को कैसे ठंडा करते है शांत लोगो के कैसे डंडा करते है, कुछ लाइन्स के साथ तेरा शुक्रिया करना चाहूँगा कि शुक्रिया तेरा मुझे हर पल हर बात समझाने के लिए, शुक्रिया तेरा हर तकलीफ़ में साथ निभाने के लिए, अपनी बकचोदियो से हर लम्हा हमे हँसाने के लिए, Internship के बहाने बनारस घुमाने के लिए, मेरी बेबकूफियो को मुस्कराकर टालने के लिए, बीमार पड़ने पर भाई की तरह संभालने के लिए, और शुक्रिया तेरा मेरी हर नादानी को भुलाने के लिए, और मुझे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए, .... #जलज कुमार रजनीश भाई को जन्मदिन मुबारक आपके चारो और कामयाबी की खुशबू बरकरार रहे रजनीश, डेढ़गाँवा का ये बुजुर्ग आदमी, और हॉस्टल का चचा, नौकरी तो पा गया पर, लोगो के जोइनिंग. लेटर आते है और इसका resigation लेटर आता है, कॉलेज मे जब पहली दफा मिला तो ये चोकलेटी बॉय बिहारी गाना गाने गाता था, सभी लोग इसे बिहारी समझते, वैसे ये बनारस के पास से है, खुद की मन की करने वाला ये शख्स दिल का थोड़ा कमजोर है, पर भूतो को ढूंढने के लिए रातों मे हॉस्टल के चक्कर लगाता था,साथ मे रहते रहते पता ही नही चला की कब ये रूममेट से Soul mate बन गया मेरे इस भाई को जब सब्जी खराब हो तो स्वाद आता है और
Shakti Kumar
परंतु आज कमरे में उसे एक नया परिवर्तन नजर आया जिसने उसकी जिंदगी को ही परिवर्तित कर दिया........................... आज उसे कमरे में स्थित खिड़की खुली नजर आई जो अब तक हमेशा बंद रहती थी रोहन से पूछा तो मालूम हुआ कल ही इंस्टीट्यूट वालों ने हॉस्टल में खिड़की खोलने की इजाजत दी है अद्भुत नजारा था बाहर का पीपल का वटवृक्ष और उस पर चहकती चिड़िया अचानक ही आकाश की नजर दाएं तरफ स्थित राधिका गर्ल्स हॉस्टल की तरफ गई हरे रंग से रंगा एक कमरा कमरे की खुली खिड़की और खिड़की में बैठी एक अनजान लड़की जो जल्दी ही अनजा
Shakti Kumar
दोस्तों एक अधूरी कहानी आधारित है एक ऐसे पंछी पर जिसने किसी अपने पर अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था, अपने आप को भुलाकर बस उसी अपने की समृति को अपने दिल और दिमाग में बसा लिया था परंतु उसकी यह कहानी अपने चरम पर पहुंच पाएगी आइए देखते हैं जोधपुर के आकाश की कहानी................ बात july 2017 की है जब आकाश कोटा के प्रसिद्ध इंस्टीट्यूट एलेन में इंजीनियर की कोचिंग हेतु जाता है! जोधपुर के छोटे से गांव से निकल कर कोटा के भव्य बवंडर को देखना उसके लिए मंत्रमुग्ध कर देने वाला था! आंखों में सपने लिए इक नए जोश