Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best ताक़त Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best ताक़त Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ताक़त 100, ताक़त वेट गेनर, ताक़त आयुर्वेदा प्राइस, ताक़त आयुर्वेदा,

  • 11 Followers
  • 10 Stories
    PopularLatestVideo

Amit Singhal "Aseemit"

mute video

VIIKAS KUMAR

mute video

Nikhil Kaushik

#सुना है हर चीज़ का #वजूद और उसकी #एहमियत को बदलने की #ताक़त है तुझमें, पर किसी #मुजस्समे को भी #हकीक़त बना दे ए वक्त तू इतना भी #काबिल नहीं... #Fire #hindiwritings

read more
सुना है हर चीज़ का वजूद
और उसकी एहमियत को बदलने
की ताक़त है तुझमें, 

पर किसी मुजस्समे को भी
हकीक़त बना दे ए वक्त तू इतना
भी काबिल नहीं...

©Nikhil Kaushik #सुना है हर चीज़ का #वजूद
और उसकी #एहमियत को बदलने
की #ताक़त है तुझमें, 

पर किसी #मुजस्समे को भी
#हकीक़त बना दे ए वक्त तू इतना
भी #काबिल नहीं...
#Fire #hindiwritings

sona

mute video

Poetic Verses

बस्तियां जलाकर वो मगरूर है अपनी ताक़त पर
कई सभ्यता दफन है, वो जानता ही नहीं।। pic credit - instagram
 #quotesholic #quotesholic_ashu #मगरुर #बस्ती #आशीष #ताक़त

Bobby(Broken heart)

सच को दिल में जिंदा रखता हूं 
बात सच्ची कहना और सुनना पसंद करता हूं 


दोगले इंसानों को अपने से बहुत दूर रखता हूं 
सच बना रहे मुझ में 
बस यही कोशिश ईमानदारी से करता हूं 


(सच्चाई और ईमानदारी मेरी ताकत) #bobby_sadeyes #nojoto #thought #nojotowriters #bobby_deadrose #love #ताक़त

Shiv Jangid 'आनंद'

Rakesh Kumar Himanshu Pragati Maurya #कविता

read more
" माँ "
तू ही माँ तू पिता ,तुझसे ही सारा जहाँ 
तेरे चरणों की हूँ धूल , बिन तेरे "मैं", "मैं" कहाँ ?

तेरे दम पर मैं खड़ा हूँ , साथ ना मेरा छोड़ना !
मेरी दुनिया तेरी आँखे ,तू ना आँखे मोड़ना !
जर्रा जर्रा कहे पुकारे , हर जगह बसी है माँ 
तेरी ताक़त तेरी ममता , मुझमे वो ताक़त कहाँ ?
तेरे चरणों की हूँ धूल , बिन तेरे "मैं", "मैं" कहाँ ?


माँ तेरा दुःख,कितना बड़ा है,जान पाया ना मैं कभी,
रिश्ते तो अनगिनत है ,पर माँ सी ममता ना है कही !
हर सितम हंस हंस सहे ,पर देती तू मुझको ख़ुशी !
ढेरो दुःख भी सहते सहते,चेहरे पे तेरे रहती हंसी !
माँ जो तेरे जज्बात है,औरो में वो बात कहाँ !
तेरे चरणों की हूँ धूल , बिन तेरे "मैं", "मैं" कहाँ ?

©"दिल की कलम से"©


|!¤*'~``~'*¤!| ძἶl κἶ κმlმო ჰპ |!¤*'~``~'*¤!| Rakesh Kumar Himanshu Pragati Maurya

Vicky Khatri

ये एक सरल चित्र है, लेकिन बहुत ही गहरे अर्थ के साथ।
आदमी को पता नहीं है कि नीचे सांप है और महिला को नहीं पता है कि
आदमी भी किसी पत्थर से दबा हुआ है।

महिला सोचती है: - ‘मैं गिरने वाली हूं और मैं नहींये एक सरल चित्र है, लेकिन बहुत ही गहरे अर्थ के साथ।
आदमी को पता नहीं है कि नीचे सांप है और महिला को नहीं पता है कि
आदमी भी किसी पत्थर से दबा हुआ है।

महिला सोचती है: - ‘मैं गिरने वाली हूं और मैं नहीं चढ़ सकती क्योंकि
साँप मुझे काट रहा है।" 
आदमी अधिक ताक़त का उपयोग करके मुझे ऊपर क्यों नहीं खींचता!

आदमी सोचता है:- "मैं बहुत दर्द में हूं फिर भी मैं आपको उतना ही
खींच रहा हूँ जितना मैं कर सकता हूँ!
आप खुद कोशिश क्यों नहीं करती और कठिन चढ़ाई को पार कर लेती ।
आदमी को ये नहीं पता है कि औरत को सांप काट रहा है ।

नैतिकताः- आप उस दबाव को देख नहीं सकते जो सामने वाला झेल रहा है, और ठीक उसी तरह सामने वाला भी उस दर्द को नहीं देख सकता जिसमें आप हैं।

यह जीवन है, भले ही यह काम, परिवार, भावनाओं, दोस्तों, के साथ हो, आपको एक-दूसरे को समझने की कोशिश करनी चाहिए, अलग
अलग सोचना, एक-दूसरे के बारे में सोचना और बेहतर तालमेल
बिठाना चाहिए।

हर कोई अपने जीवन में अपनी लड़ाई लड़ रहा है और सबके अपने अपने दुख हैं। इसीलिए कम से कम जब हम अपनों से मिलते हैं तब एक दूसरे पर
आरोप प्रत्यारोप करने के बजाय एक दूसरे को प्यार, स्नेह और साथ
रहने की खुशी का एहसास दें, जीवन की इस यात्रा को लड़ने की बजाय
प्यार और भरोसे पर आसानी से पार किया जा सकता है। चढ़ सकती क्योंकि
साँप मुझे काट रहा है।" 
आदमी अधिक ताक़त का उपयोग करके मुझे ऊपर क्यों नहीं खींचता!

आदमी सोचता है:- "मैं बहुत दर्द में हूं फिर भी मैं आपको उतना ही
खींच रहा हूँ जितना मैं कर सकता हूँ!
आप खुद कोशिश क्यों नहीं करती और कठिन चढ़ाई को पार कर लेती ।
आदमी को ये नहीं पता है कि औरत को सांप काट रहा है ।

नैतिकताः- आप उस दबाव को देख नहीं सकते जो सामने वाला झेल रहा है, और ठीक उसी तरह सामने वाला भी उस दर्द को नहीं देख सकता जिसमें आप हैं।

यह जीवन है, भले ही यह काम, परिवार, भावनाओं, दोस्तों, के साथ हो, आपको एक-दूसरे को समझने की कोशिश करनी चाहिए, अलग
अलग सोचना, एक-दूसरे के बारे में सोचना और बेहतर तालमेल
बिठाना चाहिए।

हर कोई अपने जीवन में अपनी लड़ाई लड़ रहा है और सबके अपने अपने दुख हैं। इसीलिए कम से कम जब हम अपनों से मिलते हैं तब एक दूसरे पर
आरोप प्रत्यारोप करने के बजाय एक दूसरे को प्यार, स्नेह और साथ
रहने की खुशी का एहसास दें, जीवन की इस यात्रा को लड़ने की बजाय
प्यार और भरोसे पर आसानी से पार किया जा सकता है।

MD Ñåzír Kháñ

✍️✍️✍️नज़ीर

read more
परखता रहा उमर भर ताक़त दवाओं की 
दंग रह गया देखकर ताक़त दुवाओं की ✍️✍️✍️नज़ीर


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile