Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best जिम्मेदारियाँ Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best जिम्मेदारियाँ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 27 Followers
  • 29 Stories
    PopularLatestVideo

Garg_girl

mute video

Ashok Mangal

जिम्मेदारियां आत्म विश्वास बढ़ाती है,
समझदारी में भी चार चांद लगाती है !
ज़िंदगी के फर्ज निभवाती है,
ज़िंदगी को मक़सदी रास्ते दिखाती है !! #जिम्मेदारियाँ #मजबुती #लोग #जिन्दगी #Saumyatripathi #YourQuoteAndMine
Collaborating with SAUMYA TRIPATHI🌼

Ashok Mangal

मजबूत होना लाज़मी है 
वरना बोझ उठ न पायेगा ।  #जिम्मेदारियाँ #मजबुती #लोग #जिन्दगी #Saumyatripathi #YourQuoteAndMine
Collaborating with SAUMYA TRIPATHI🌼

Krish Vj

आज उनके
कमरे की तलासी लूंगा 
तकलीफों को छिपाकर माँ -बाप
आखिर रखते कहाँ है?? #माँ #बाप #सच्चाई #दर्द #जिंदगी #जिम्मेदारियाँ #yqtales #yqhindishayari

Insprational Qoute

शादी के बाद एक लड़की में अजीब सी परिपक्वता आती हैं,
छीन उसकी सारी नादानियों को,
उसके हाथों में जिम्मेदारियों की गढरी थमा दी जाती हैं। #शादी #जिम्मेदारियाँ #लड़की #परिपक्वता #hkkhindipoetry #poetrycommunity #शायरी #yourquotedidi

Pen of a Soul

जब हम बचपने में होते हैं तो हम अपनी पसंद नापसंद बिना सोचे समझे बोल देते, कुछ भी मांग लेते है, कुछ भी ख्वाहिशें रखते हैं क्योंकि हमें ये यकीन होता है के हमे ये सब कुछ दिलाने वाले, इन्हे पूरा करने वाले हमारे माता पिता हैं जिन्होंने हमें जन्म दिया है, बड़े नजों से पाला है। बड़े होते होते हमे घर में हालातों और दिक्कतों को देखकर या तो ख्वाहिशों को दबा देते है या ज़िद्द करने लगते हैं मगर हमारे माता पिता फिर भी ये कोशिश अवश्य करते हैं के हमे कोई कमी ना हो। जितना हो सके ये भी ये उनकी कोशिश होती है कि व #yqbaba #yqdidi #yqhindi #बढ़ते #जिम्मेदारियाँ #लोगों_का_काम_है_कहना #penofasoul #बोझनहीं

read more
ना जाने क्यों ज़िम्मेदारियों से भागते हैं लोग,
ये जानते हुए भी की कभी उनकी ज़िम्मेदारी;
उनके माता - पिता ने भी ली थी,
कभी उनकी जरूरतों को पूरा करना;
माता पिता की ज़रूरत बन गई थी,
कभी उनकी ज़िद्द को अपनी मेहनत से;
पूरा करना उनकी आदत हो गई थी,
उनके हर ख्वाबों को सीने से लगा;
हक़ीक़त में बदलना उनकी फितरत हो गई थी,
फिर जब बारी तुम्हारी आई,
तो उनके लिए ये भेदभाव क्यों,
ये तर्क वितर्क क्यों।। जब हम बचपने में होते हैं तो हम अपनी पसंद नापसंद बिना सोचे समझे बोल देते, कुछ भी मांग लेते है, कुछ भी ख्वाहिशें रखते हैं क्योंकि हमें ये यकीन होता है के हमे ये सब कुछ दिलाने वाले, इन्हे पूरा करने वाले हमारे माता पिता हैं जिन्होंने हमें जन्म दिया है, बड़े नजों से पाला है। बड़े होते होते हमे घर में हालातों और दिक्कतों को देखकर या तो ख्वाहिशों को दबा देते है या ज़िद्द करने लगते हैं मगर हमारे माता पिता फिर भी ये कोशिश अवश्य करते हैं के हमे कोई कमी ना हो। जितना हो सके ये  भी ये उनकी कोशिश होती है कि व

Vikash Bakshi

जब हम बचपने में होते हैं तो हम अपनी पसंद नापसंद बिना सोचे समझे बोल देते, कुछ भी मांग लेते है, कुछ भी ख्वाहिशें रखते हैं क्योंकि हमें ये यकीन होता है के हमे ये सब कुछ दिलाने वाले, इन्हे पूरा करने वाले हमारे माता पिता हैं जिन्होंने हमें जन्म दिया है, बड़े नजों से पाला है। बड़े होते होते हमे घर में हालातों और दिक्कतों को देखकर या तो ख्वाहिशों को दबा देते है या ज़िद्द करने लगते हैं मगर हमारे माता पिता फिर भी ये कोशिश अवश्य करते हैं के हमे कोई कमी ना हो। जितना हो सके ये भी ये उनकी कोशिश होती है कि व #yqbaba #yqdidi #yqhindi #बढ़ते #जिम्मेदारियाँ #लोगों_का_काम_है_कहना #penofasoul #बोझनहीं

read more
ना जाने क्यों ज़िम्मेदारियों से भागते हैं लोग,
ये जानते हुए भी की कभी उनकी ज़िम्मेदारी;
उनके माता - पिता ने भी ली थी,
कभी उनकी जरूरतों को पूरा करना;
माता पिता की ज़रूरत बन गई थी,
कभी उनकी ज़िद्द को अपनी मेहनत से;
पूरा करना उनकी आदत हो गई थी,
उनके हर ख्वाबों को सीने से लगा;
हक़ीक़त में बदलना उनकी फितरत हो गई थी,
फिर जब बारी तुम्हारी आई,
तो उनके लिए ये भेदभाव क्यों,
ये तर्क वितर्क क्यों।। जब हम बचपने में होते हैं तो हम अपनी पसंद नापसंद बिना सोचे समझे बोल देते, कुछ भी मांग लेते है, कुछ भी ख्वाहिशें रखते हैं क्योंकि हमें ये यकीन होता है के हमे ये सब कुछ दिलाने वाले, इन्हे पूरा करने वाले हमारे माता पिता हैं जिन्होंने हमें जन्म दिया है, बड़े नजों से पाला है। बड़े होते होते हमे घर में हालातों और दिक्कतों को देखकर या तो ख्वाहिशों को दबा देते है या ज़िद्द करने लगते हैं मगर हमारे माता पिता फिर भी ये कोशिश अवश्य करते हैं के हमे कोई कमी ना हो। जितना हो सके ये  भी ये उनकी कोशिश होती है कि व

Nitesh Pandey

हसरतों के सिक्के लेकर वो, चला था जिंदगी के बाज़ार में।
उम्र की पहली गली में ही उसकी, मुलाक़ात जिम्मेदाइयों से हुई।।— % & #जिंदगी #जिम्मेदारियाँ #lost #smile #memories #tears #yqdidi #yqthoughts

Somya Baranwal

कौन कहता है ज़िम्मेदारियां 
बोझ बढाती है।
बस नजरो का फर्क है 
इन्ही ज़िम्मेदारीयों की वजह से तो 
हमें आगे बढने को प्रेरणा मिलती है।
 #जिम्मेदारीयाँ #जिम्मेदारियाँ #zimmedaari #struggle  #struggleforsuccess

shailesh jha( सांझ_शैलेश)

जिम्मेदारियों ने कत्ल किया ,
मुस्कुराहट का हमारी,
वरना कभी 
हमारी मुस्कुराहट भी कातिलाना थी। #सांझ_शैलेश #जिम्मेदारियाँ #मुस्कुराहट #yqhindi #yqlife
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile