Find the Best अरुण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutअरुणाचल प्रदेश की राजधानी क्या है, अरुणाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन है, अरुण कमल की कविता, अरुणाचल प्रदेश की भाषा, अरुणाचल प्रदेश की भाषाएँ,
Arun Shukla ( मृदुल)
विश्व कविता दिवस #नमन मंच विधा-कविता विषय-कविता किसी की बात तीरों सी जब आ हृदि में खटकती है, चित्त के उस हिमालय से तभी रसबूंद झड़ती है। बीती याद संग में स्वयं के मन भाव को लेकर, दर्दे दिल मिटाने को तभी कविता निकलती है॥ किसी की बात..... जैसे भाव पाते हैं वही मन भाव आते हैं, जिसको देखते हैं उसी के गुण गान गाते हैं। कभी रति,हास अथवा क्रोध कभी भय भी जुगुप्सा भी, कभी निर्वेद विस्मय शान्त मन से शान्त गाते हैं। जभी कोई बात अथवा दृश्य मन में आ सिमटती है। सभी के दिल चुराने को तभी कविता निकलती है॥ किसी की बात..... देखा कभी तन्वङ्गी को मन में भाव ये आया, पतझड़ से हृदय में ही तभी ऋतुराज था छाया। करके उसे इंगित लगा नव गीत नित गाने, सुने ओ हस भी दे पर बात का न बुरा ओ माने। मगर इसमें भी जब भी शोक मिलती न रती मिलती है। हृदय की वेदना से ही तभी कविता निकलती है॥ किसी की बात..... कई को बचपने से अब जवानी तक मैने देखा, मगर जो बात बचपन की थी न अब मैने कहीं देखा। कहें भूलो तो हम जानकर भी भूल जाते थे, गुड्डे गुडियों की हम नित नयी बारात लाते थे। ओ बचपना और खेल मन में जब उमड़ती है। मन को कर दे जो चंचल वही कविता निकलती है॥ किसी की बात..... लेखक- #अरुण शुक्ल ©Arun Shukla #विश्व_कविता_दिवस #no #nojohindi #L♥️ve #Holi rajeev Bhardwaj Ritagya kumari Madhusudan Shrivastava sk manjur Anshu writer KUNDAN KUNJ
#विश्व_कविता_दिवस #no #nojohindi L♥️ve #Holi rajeev Bhardwaj Ritagya kumari Madhusudan Shrivastava sk manjur Anshu writer KUNDAN KUNJ
read moreअरुण शुक्ल ‘अर्जुन'
गुरु की महिमा है अकथ, अकथ गुरू आशीष। गुरू पद-पंकज दंडवत "अरुण" झुकाता शीश। अरुण झुकाता शीश, गुरू सेवा ही अमृत। मुक्ति-मार्ग मय ज्ञानांजन, गुरुवाणी से नि:सृत। भव-सागर से तारक गुरुवर, गुरुपद कल्पतरु। अज्ञान-तिमिर को दूर भगाते,पूजनीय पद गुरु! आप सभी इष्ट मित्रों को पवित्र गुरु-पर्व की अनंत शुभकामनाएं! अरुण शुक्ल अर्जुन प्रयागराज Ankrita Tiwari Rashima Sukh Jyoti Yadav VARSHA KUSHWAH khushi
Ankrita Tiwari Rashima Sukh Jyoti Yadav VARSHA KUSHWAH khushi
read moreKD
Someone told me a story that I would like to talk about. √गैरहाज़िर कन्धे√ अरुण साहब अपने आपको भाग्यशाली मानते थे। कारण यह था कि उनके दोनो पुत्र आई.आई.टी. करने के बाद लगभग एक करोड़ रुपये का वेतन अमेरिका में प्राप्त कर रहे थे। अरुण साहब जब सेवा निवृत्त हुए तो उनकी इच्छा हुई कि उनका एक पुत्र भारत लौट आए और उनके साथ ही रहे ; परन्तु अमेरिका जाने के बाद कोई पुत्र भारत आने को तैयार नहीं हुआ, उल्टे उन्होंने अरुण साहब को अमेरिका आकर बसने की सलाह दी। अरुण साहब अपनी पत्नी भावना क
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited