Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best थोडे Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best थोडे Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutथोडेसे कविता, थोडेसे पैसे, थोडेसे,

  • 18 Followers
  • 103 Stories

Shashikant Koli

read more
शोर भी था और खामोशी भी 
गुड भी था और मिरची भी 
ख्वाब भी थे और सच्चाई भी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

सडकोंंपर थी भीड बेवजह 
खाली कोई गली ना थी 
आँँखे टकराई चुपकेसे
लेकिन खुलके मिली ना थी 
ये भी था और वो भी था 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुमको देखू या बारिश को 
या मै भी चूप हो जाऊ?
आन्खोसे तारीफे सुनके  
थोडासा मै इतराऊँँ?
उलझन मे थी फसी हुई 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुम तो बात नाही छेडोगे 
जान गयी हूँँ इतना मै
दिलको अपने ऐसे तैसे
समझाऊँँगी कितना मैं
खामोशी को सुन लुँँगी
और आँँखोसे पढ लुँँगी
कभी कभी बस...
तुमको छेडूंंगी
क्यूँँ इतने चुपचाप से थे ....

Shashikant Koli

read more
शोर भी था और खामोशी भी 
गुड भी था और मिरची भी 
ख्वाब भी थे और सच्चाई भी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

सडकोंंपर थी भीड बेवजह 
खाली कोई गली ना थी 
आँँखे टकराई चुपकेसे
लेकिन खुलके मिली ना थी 
ये भी था और वो भी था 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुमको देखू या बारिश को 
या मै भी चूप हो जाऊ?
आन्खोसे तारीफे सुनके  
थोडासा मै इतराऊँँ?
उलझन मे थी फसी हुई 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुम तो बात नाही छेडोगे 
जान गयी हूँँ इतना मै
दिलको अपने ऐसे तैसे
समझाऊँँगी कितना मैं
खामोशी को सुन लुँँगी
और आँँखोसे पढ लुँँगी
कभी कभी बस...
तुमको छेडूंंगी
क्यूँँ इतने चुपचाप से थे ....

Shashikant Koli

read more
शोर भी था और खामोशी भी 
गुड भी था और मिरची भी 
ख्वाब भी थे और सच्चाई भी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

सडकोंंपर थी भीड बेवजह 
खाली कोई गली ना थी 
आँँखे टकराई चुपकेसे
लेकिन खुलके मिली ना थी 
ये भी था और वो भी था 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुमको देखू या बारिश को 
या मै भी चूप हो जाऊ?
आन्खोसे तारीफे सुनके  
थोडासा मै इतराऊँँ?
उलझन मे थी फसी हुई 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुम तो बात नाही छेडोगे 
जान गयी हूँँ इतना मै
दिलको अपने ऐसे तैसे
समझाऊँँगी कितना मैं
खामोशी को सुन लुँँगी
और आँँखोसे पढ लुँँगी
कभी कभी बस...
तुमको छेडूंंगी
क्यूँँ इतने चुपचाप से थे ....

Shashikant Koli

read more
मै थी ..तुम थे 
बारिश थी और 
भीगे भीगे गाने भी थे..
थोडे थोडे किस्से थे और हलकेसे ताने भी थे..
बस..
तुम थोडे चुपचाप से  थे..

एक ही प्याली चाय भी  थी
घुंट  घुंट की बात भी थी 
हवा हमारे साथ भी थी
सामने था सब धुंदला धुंदला
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे..

बादल हाथोंंमें ले ले कर 
खिडकी ने भी देखा था 
हरेभरे पेडोंंने झुककर 
पलभर ये ही सोचा था 
हलकी हलकी आहेेंं थी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से  थे

हाथोंं मे थे हात जरासे 
बातोंं मे थी बात जरा 
भिगी भिगी दोपहरी मे 
नरमी भी थी साथ जरा 
हसते हसते आँँख भर आई 
बस.. 
तुम थोडे चुपचाप से  थे

Shashikant Koli

read more
मै थी ..तुम थे 
बारिश थी और 
भीगे भीगे गाने भी थे..
थोडे थोडे किस्से थे और हलकेसे ताने भी थे..
बस..
तुम थोडे चुपचाप से  थे..

एक ही प्याली चाय भी  थी
घुंट  घुंट की बात भी थी 
हवा हमारे साथ भी थी
सामने था सब धुंदला धुंदला
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे..

बादल हाथोंंमें ले ले कर 
खिडकी ने भी देखा था 
हरेभरे पेडोंंने झुककर 
पलभर ये ही सोचा था 
हलकी हलकी आहेेंं थी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से  थे

हाथोंं मे थे हात जरासे 
बातोंं मे थी बात जरा 
भिगी भिगी दोपहरी मे 
नरमी भी थी साथ जरा 
हसते हसते आँँख भर आई 
बस.. 
तुम थोडे चुपचाप से  थे

Shashikant Koli

read more
मै थी ..तुम थे 
बारिश थी और 
भीगे भीगे गाने भी थे..
थोडे थोडे किस्से थे और हलकेसे ताने भी थे..
बस..
तुम थोडे चुपचाप से  थे..

एक ही प्याली चाय भी  थी
घुंट  घुंट की बात भी थी 
हवा हमारे साथ भी थी
सामने था सब धुंदला धुंदला
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे..

बादल हाथोंंमें ले ले कर 
खिडकी ने भी देखा था 
हरेभरे पेडोंंने झुककर 
पलभर ये ही सोचा था 
हलकी हलकी आहेेंं थी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से  थे

हाथोंं मे थे हात जरासे 
बातोंं मे थी बात जरा 
भिगी भिगी दोपहरी मे 
नरमी भी थी साथ जरा 
हसते हसते आँँख भर आई 
बस.. 
तुम थोडे चुपचाप से  थे 

शोर भी था और खामोशी भी 
गुड भी था और मिरची भी 
ख्वाब भी थे और सच्चाई भी 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

सडकोंंपर थी भीड बेवजह 
खाली कोई गली ना थी 
आँँखे टकराई चुपकेसे
लेकिन खुलके मिली ना थी 
ये भी था और वो भी था 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुमको देखू या बारिश को 
या मै भी चूप हो जाऊ?
आन्खोसे तारीफे सुनके  
थोडासा मै इतराऊँँ?
उलझन मे थी फसी हुई 
बस..
तुम थोडे चुपचाप से थे 

तुम तो बात नाही छेडोगे 
जान गयी हूँँ इतना मै
दिलको अपने ऐसे तैसे
समझाऊँँगी कितना मैं
खामोशी को सुन लुँँगी
और आँँखोसे पढ लुँँगी
कभी कभी बस...
तुमको छेडूंंगी
क्यूँँ इतने चुपचाप से थे ....

Nilam Agarwalla

read more
थोडे नासमझ, थोडे नादान ही तो हैं।
दुनिया के प्रपंज से अनजान ही तो हैं।
तो क्या हम खुलकर हँस नहीं सकते।
इस दुनिया के साथ चल नहीं सकते।

Shilpa

मेरे ना सही वो कोई और के तो हे प्यासा ही सही मगर समंदर तो हे क्या हुवा गर माहताब नही आस्माँ पे बादलों के बीच थोडे सितारें तो हे गम उदासी थोडे अश्क़ और तन्हाई हे जो भी मगर उस से मिले सहारें तो हे क़यू चाहें हम मुहोबत गर न देना चाहे वो अपनी ज़िंदगी और गम के खज़ाने तो हे

read more
 मेरे ना सही वो कोई और के तो हे
 प्यासा ही सही मगर समंदर तो हे
क्या हुवा गर माहताब नही आस्माँ पे
बादलों के बीच थोडे  सितारें तो हे
 गम उदासी  थोडे अश्क़ और तन्हाई
हे जो भी मगर उस से मिले सहारें तो हे
क़यू चाहें हम मुहोबत गर न देना चाहे वो
अपनी ज़िंदगी और गम के खज़ाने तो हे

Alok Meshram

dosti

read more
आओ दोस्तो कुछ बात करे, 
रोज कि परेशानियो को थोडी  देर दूर करे 
तुम कुछ अपनी बाताओ 
हम भी कुछ अपनी बात करे 
 छोडके उदासी,  दामन पकडो हसी का 
आओ मिलके अपने हसी से  हर चेहरे का नूर करे 
थोडे तुम बढो थोडे हम बढते है 
सारे रंज दिल से निकाल, अपनी दोस्ती को मशहूर करे dosti

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile