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Suditi Jha
जहाँ पर रहती है आखिरी सांस मेरी वही पर छुपा रखा है तुझे,याद तेरी।।। #qsstichonpic2049 #yqdidi #कोराकाग़ज़ #यादें_तेरी #छुपाकर #yqbaba #love #आखिरी_सांस
Gumnam Shayar Mahboob
खुद भी रुसवा हुइ मुझे भी तार-तार कर गयी दुनिया के सामने मुझको शर्मसार कर गयी पहले तो छुप-छुपकर मिलती थी रकीब से फिर एक रोज वो हद भी पार कर गयी लोग हद से भी गुजर जाते है #रुसवा #शर्मसार #छुपाकर #मिलती #रकीब #हद #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob
OMG INDIA WORLD
#धड़कने बेताब हैं तुम #पहरे #लगाकर देख लो ,,, #प्यार कभी #छुपता नहीं तुम #छुपाकर देख लो ,,,, ©OMG INDIA WORLD #धड़कने बेताब हैं तुम #पहरे #लगाकर देख लो ,,, #प्यार कभी #छुपता नहीं तुम #छुपाकर देख लो ,,,, #OMGINDIAWORLD
Abhijeet Yadav
खत में मैंने लिखा कि इक राज़ छुपाकर रक्खा है तुम बोलो... तो कह दूँ, जो जज़्बात छुपाकर रक्खा है फिर ये न कहना क़ि, बात अधूरी रह गयी इन सूखे पड़े अधरों की प्यास अधूरी रह गयी क़ि, है इश्क़ इस दिल को तुमसे ही ये बात छुपाकर रक्खा है हाँ, इक राज़ छुपाकर रक्खा है inner voice #silence #speak #nojoto #poetry
Netra Jha
**हर रोज़ खुद को मैं खुद से छुपाकर उठती हुं चेहरे पर मुस्कान को सजाकर उठती हुं बेटी हुं बहु हुं पत्नि हुं माँ हुं खुद को सब समझाकर उठती हुं ख़्वाब भरे हैं आँखों में मेरे ,मैं उन्हें तकिये के नीचे दबाकर उठती हुं कर्तव्य का ताज सजा रहता है मेरे दिमाग पर दिनभर के सारे काम की लिस्ट बनाकर उठती हुं निभाना पड़ेगा आख़िरी सांस तक गृहणी का कर्तव्य, खुद को ये समझाकर उठती हुं मेरे सपने सिर्फ मेरे अपने हैं इनको सबसे छुपाकर उठती हुं हर किसी को खुश रख सकुं इस आशा से चेहरे पर कई नक़ाब लगाकर उठती हुं**..!!NAJ📝 #NAJ
Rajan Desai
गम को छुपाकर, मुस्कुराने की आदत है आंसुओ को छुपाकर, बातो में भुलाने की आदत है सब कुछ सह लीया है वफाऐ इश्क में सब सह कर भी, सीनां तान के चलने की आदत है #आदत #WOD
pink oza
चांद की चांदनी भी फिकी लगे मेरी बहना जब हसती हैं । तो हस देता हैं गम भी। और जो रूढ जाए तो बहार लौट जाए कुछ छुपाकर बैठीं हैं कुछ नाराज हैं जो पास थी वो आज दुर हैं इसिलिए राखी हाथों मे लिए पलकों को भिगोकर बैठी हैं और जो रूढ जाए तो बहार लौट जाए कुछ छुपाकर बैठीं हैं कुछ नाराज हैं जो पास थी वो आज दुर हैं इसिलिए राखी हाथों मे लिए पलकों को भिगोकर बैठी हैं. राखी हैं मेरे भैया
Faizan Faiz Bijnori
वो मंजर सुहाने बहुत याद आये मुझे दिन पुराने बहुत याद आये मुझे देख नज़रें चुराना वो तेरा कभी प्यार से मुस्कुराना वो तेरा कभी बात हर इक बताना हमें ही कभी सब छुपाकर सताना हमें ही खुशी के तराने बहुत याद आये मुझे दिन पुराने बहुत याद आये वो ख़त को सभी से छुपाकर के लिखना बहुत प्यार उसमें बसाकर के लिखना कभी रूठ जाना कभी खुद मनाना कि हंसना तिरा और मुझे भी हंसाना हंसी के ज़माने बहुत याद आये मुझे दिन पुराने बहुत याद आये
Pramod mahar
#..कुछ छुपाई थी मैंने..# गलती तो कि हैं मैंने ये बात छुपाकर. गलती तो कि हैं मैंने ये राज छुपाकर. कि तुम्हे न हो कोई परेशानी ये बात जानकर. हांं मैने छुपाई थी ये राज जानकर. मुझे पता था कुछ ऐसी ही अंजाम होगा इस बात पर. अब जो चाहे सजा दे दो फिर इस बात पर. #NojotoQuote #..कुछ छुपाई थी मैंने..#
WRITER AKSHITA JANGID
वो अपना गम छुपाकर,हमे खुश करता है हमारी ख़ुशी से अपनी खुशी मनाता है वो एक पिता होता है, जो हम सब को,दिल से प्यार करता है | बच्चो की हर ख्वाहिश,एक पल में पूरा करता है एक पल भी अपनी ना सोचकर , सबकी फ़िक्र में रहता है वो एक पिता होता है, जो बेटी की विदाई पर छुपकर आँसू बहाता है | अपने ही गम को अपनो से छुपाकर हम सब को खुशी देता है वो एक पिता होता है, जो हम सब को प्यार बांटता है | By:-Akshita jangid (poetess) Father's day #Father's Day special #nojotohindi #poetry##tst Nojoto Shweta Singh @j_$tyle Kalakaksh AFROZ 🌹