अर्जी लगा कर बैठे है दरबार सजाकर बैठे हैं एक बार दर्श दिखाकर मनोकामना सम्पूर्ण हमारी कर देना, विघ्नों को हरने वाले मंगलकारज करने वाले भक्तों को सुख सम्पति की दयालुता बरसाने वाले एक बार दर्श दिखाकर मनोकामना सम्पूर्ण हमारी कर देना, माथे मुकुट गले में मोतियन की माला कानन कुण्डल सोहे, हाथ में भाल शोभा पा रहा, मस्तक सिंदूरी गणराज रिद्धि-सिद्धी के तुम स्वामी,भोलेनाथ गौरी माँ के प्राण प्रिय लाल एक बार दर्श दिखाकर मनोकामना सम्पूर्ण हमारी कर देना, भक्तों के तुम लेख विधाता झिलमिल सा दरबार तुम्हारा सजाकर हम बैठे,हे गणपति महाराज एक बार दर्श दिखाकर मनोकामना सम्पूर्ण हमारी कर देना, ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1042 #collabwithकोराकाग़ज़ 💐💐 गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ! 💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।