हज़ारों सितम हज़ारों जुल्म तुमने ढाए क्या तुमने कभी लिखे या हमने तुम्हें गिनाए खुद गलतियां कर वो हमें गलत बताएं आँखों से अश्क़ बहे और आंसू पोछे भी ना जाए तुमने एक बार नहीं हज़ार बार वहीं किस्से वापिस दोहराये ।।। ©Ravinder Sharma #आंसू #जुल्म #सितम #गलतियां #किस्से #Eyes