'तेरी कविता' हर कविता दो बार है बनती एक लोगों की, एक मेरी कविता दो हैं, श्रोता दो पर बात है किसकी? बस तेरी। #NaveenMahajan दोहरी कविता #NaveenMahajan #TumBinIshqNahi