bench राजनीति के चट्टे-बट्टे, कुछ मुस्टन्डे हट्टे-कट्टे, लूटपाट में माहिर सारे, एकसाथ हो गए इकट्ठे, हड़पे जायदाद लूटे धन, घर जमीन बीघे व कट्ठे, बनते वही यहाँ के नेता, मतदाता उल्लू के पट्ठे, बिना समर्थन हारा बोले, कौन खाय अंगूर हैं खट्टे, मार रहे जनता की पूँजी, लगा रहे ईमान को बट्टे, छुट भैये फिरते हैं पीछे, थाम के नेताओँ के टट्टे, पास हुए मेधावी 'गुंजन', लगा रहे कमजोर थे रट्टे, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #राजनीति के चट्टे-बट्टे#