सिमट सी गई हूं मैं, जिंदगी के किताबों में, बिखर सी गई हूं मैं, स्याहियों के लिखावट में, हजारों पन्नों के बीच,फिर भी मैं तन्हाइयों में, सिसक सी रही हूं मैं,जिंदगी के इन किताबों में। Naina ki Nazar se jindgi#nojoto#shayari#jindgi#Naina ki Nazar se