Nojoto: Largest Storytelling Platform

स्त्री खुद प्रकृति का श्रंगार है। तभी तो स्त्री बि

स्त्री खुद प्रकृति का श्रंगार है।
तभी तो स्त्री बिना व्यर्थ संसार है।।
पूरकता का प्रतीक होती है स्त्री।
तभी तो दुनिया करती प्यार है।।

©Shubham Bhardwaj
  #lonely #स्त्री #खुद #प्रकृति #का #श्रंगार #है