दीवाली पर झाड़ू,पोंछा लगा लगा कर बुरा हाल है। घर जल्दी से साफ हो जाए,मेरा बस यही ख्याल है। झाड़ू और पोंछा पिछले जन्म का बदला ले रहे हैं, घर साफ करने के बाद भी धूल के निशान रह रहे हैं। घर का ये हाल देख कर,हमारे आंसू बहुत बह रहे हैं, आत्मा तृप्त हो गई है,घर साफ हो जाएं, हम बस ये कह रहे हैं। चूहों ने कुतर-कुतर के किताबें मुझ से ज्यादा पढ़ ली है, लगता है कुतरने में मास्टर डिग्री की तैयारी उन्होंने कर ली है। --------------------आनन्द ©आनन्द दीवाली और पटाखें #आनन्द_गाजियाबादी #Anand_Ghaziabadi