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Nature Quotes इज़हारे इश्क करने एक जनाब आए थे, ना

Nature Quotes इज़हारे इश्क करने एक जनाब आए थे,
ना महंगी निशानियां ना गुलाब लाए थे।

हाथ में फूल छोटा सा दिल में अरमान बड़े थे,
नज़र झुकाए थोड़े से घबराए नादान खड़े थे।

हम उनकी इस मुहब्बत की क़ीमत क्या लगाते,
मासूमियत और मुफलिसी को  क्या आज़माते।

हमने पास अपने उनको तसल्ली दे कर बिठाया,
हाथों में हाथ दे कर उनका थोड़ा हौंसला बढ़ाया।

दुनियां की कोई चाहत इज्ज़त से अज़ीज़ नहीं होती,
हम उनको ठुकरा लेते अगर उनमें तमीज़ नहीं होती।

©एस पी "हुड्डन"
  #इज़हार