तुम आओगी इक दिन समेटने, तभी तो बिखरा रखा है । न पर्दे बदले हैं , न चादरें बदली हैं , सब, वैसा रखा है ।। #पर्दे #चादरें #yqbaba #yqhindi #वैसा #बिखरा