जिंदगी मुर्झा गई है,एक तेरे जाने के बाद। खो गई रौनक कहीं, एक तेरे जाने के बाद। है बचा कुछ नहीं, किसके सहारे हम जिएं।2 पूछती है जिंदगी,बस तेरे जाने के बाद। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) # एक तेरे जाने के बाद।