बेशर्म लूटेरे (stet19 के) ============ सुरज भी देकर गर्मी पलट जाता है बारिश से ये गर्मी भी निपट जाता है बेशर्म ज़माने में बने रहिए साहब झूठ को सच बनाने में जुट जाता है ऐसा तंत्र किया है विकसित तुम ने भेड़ियों के हाथों भविष्य लूट जाता है अनपढ़ शिक्षितों पे शासन करते हैं उफ़ संदेश ये कितना गलत जाता है लानत है चुनकर आए हैं उन सभी पे जिनके करतुत से दम घुट जाता है भुख मिटाने को नहीं है अब कुछ भी ये देखकर दिल अपना टुट जाता है ©Qamar Abbas #बेशर्मनेता