Nojoto: Largest Storytelling Platform

बसंत और कुरिंजी –––––––––– बसंत जंजीरों से बंधा नह

बसंत और कुरिंजी
––––––––––
बसंत जंजीरों से बंधा नही हो सकता
बसंत सरसों के खेतों का ही कॉपीराइट
नही है, वो तो आटाकामा के
रेगिस्तान से भी उतना ही प्रेम करता है
जितना किसी बड़ी सी बिल्डिंग की बालकनी
में रखे कुरिंजी के फूल से करता है
भले ही पूरी दुनियां घूमकर बसंत
बारह साल बाद कुरिंजी के पास आता है
पर वो आता जरूर है, 
बसंत और नीलकुरिंजी के इसी स्नेहिल सयोंग ने 
उसे दुनियां का , एक दुर्लभ फूल बना दिया 
•••

©Sultan Mohit Bajpai
  बसंत और कुरिंजी
––––––––––
बसंत जंजीरों से बंधा नही हो सकता
बसंत सरसों के खेतों का ही कॉपीराइट
नही है, वो तो आटाकामा के
रेगिस्तान से भी उतना ही प्रेम करता है
जितना किसी बड़ी सी बिल्डिंग की बालकनी
में रखे कुरिंजी के फूल से करता है

बसंत और कुरिंजी –––––––––– बसंत जंजीरों से बंधा नही हो सकता बसंत सरसों के खेतों का ही कॉपीराइट नही है, वो तो आटाकामा के रेगिस्तान से भी उतना ही प्रेम करता है जितना किसी बड़ी सी बिल्डिंग की बालकनी में रखे कुरिंजी के फूल से करता है #SAD #poem #nojotohindi #शायरी #nojotoLove #Sitaare #sultan_mohit_bajpai

982 Views