ऐ मौत अगर आना है तो, आना सनम बन कर, ना जाना कभी भी तुम, हरजाई बन कर। जितनी सांसें दी मुझे, खुद खुदा ने परवान हैं मुझे, मैं नहीं मरना चाहता, कभी करजाई बन कर। ©Sarbjit sangrurvi ऐ मौत अगर आना है तो, आना सनम बन कर, ना जाना कभी भी तुम, हरजाई बन कर। जितनी सांसें दी मुझे, खुद खुदा ने परवान हैं मुझे, मैं नहीं मरना चाहता, कभी करजाई बन कर।