Nojoto: Largest Storytelling Platform

इन लबों पर बस इक तेरा ही तराना रहा! छलक पड़े नैन, ख

इन लबों पर बस इक तेरा ही तराना रहा!
छलक पड़े नैन, खुशियों से मेरे,
मेरे हर अंग में बस तेरा ही फ़साना रहा।
रहा ज़ब भी तू रुस्वा मुझ से,
मुझमें भी कहाँ मुस्कुराहट का अफसाना रहा।
तुझ बिन कुछ भी तो नहीं मै,।                          मकसद ही जीवन का मेरा,
बस इक तेरा नजराना रहा।।

©Faniyal
  #najrana