यादों को याद करके रोते है अक्सर लोग यहाँ, पर मैं हँस लेता हूँ, जब तन्हाई तोड़ने लगती है मेरे सपने, मैं उसे बाहों में कस लेता हूँ, सिखाया है 'कुमार' माँ की परवरिश ने जीने का सही सलीका, घबराता नहीं ग़मों से, अंधेरे से रौशनी का मीठा सा रस लेता हूँ॥ Positive attitude is always helpful.. #Kumaarsthought #Muktak #मुक्तक #रस #हँस #कस